Good News : जल्द बनकर तैयार होगा देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट, डिजिटल होगा हवाई अड्डा, खूबियां देखकर चौंक जाएंगे सब
नोएडा में बनने जा रहा है देश का सबसे बड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (International Airport) जेवर एयरपोर्ट के निर्माण के लिए ज्यूरिख इंटरनेशनल कंपनी के साथ नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड ने करार कर लिया है.
नोएडा में बनने जा रहा है देश का सबसे बड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (International Airport) जेवर एयरपोर्ट के निर्माण के लिए ज्यूरिख इंटरनेशनल कंपनी के साथ नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड ने करार कर लिया है. उम्मीद की जा रही है कि 2023 में यहां से उड़ाने भी शुरू हो जाएगी. बता दें, ज्यूरिख इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड स्विट्जरलैंड की कंपनी है. जो भारत में निवेश कर रही है.
मुख्य बातें
लगभग 29 हजार 5 सौ करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान
दुनिया की सबसे बेहतरीन और आधुनिक तकनीक वाली एयरपोर्टों में एक
2023 से यहां से उड़ाने भरी जा सकेंगी
सालाना 12 मिलियन पैसेंजर आ सकेंगे
2 जुलाई 2017 को एग्रीमेंट की तारीख थी
5 अक्तूबर 2017 को गृह मंत्रालय की ओर से एनओसी
जेवर एयरपोर्ट के निर्माण में लगभग 29 हजार 5 सौ करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान लगाया जा रहाह है. निर्माण में इतना खर्चा हो रहा है तो निर्माण भी बेहतर होगा. जी हां. यह एयरपोर्ट दुनिया की सबसे बेहतरीन और आधुनिक तकनीक वाली एयरपोर्ट होगी. जिसमें सुविधा का हर साधन मौजूद होगा. शुरुआती एक साल उत्तर भारत के 90 फीसदी उड़ानें यहीं से होगी. यानी एविएशन सेअटर में इसका निर्माण मील का पत्थर साबित होने वाला है.
यह इंटरनेशनल एयरपोर्ट डिजिटल एयरपोर्ट होगा जिसमें सबसे पहले रनवे पर काम किया जाएगा. कंपनी का कहना है कि उन्नीद की जा रही है कि 2023 तक यहां से उड़ाने भरी जा सकेंगी. जब यह पूरी तरह बनकर तैयार हो जाएगा तो सालाना 12 मिलियन पैसेंजर यहां आ जा सकेंगे.
इस एयरपोर्ट निर्माण की बात काफी पहले से की जा रही थी, लेकिन कुछ समस्या ओर कोरोना संक्रमण के कारण इसकी अवधि टलती रही. पहले इसको लेकर 2 जुलाई 2017 को एग्रीमेंट की बात सामने आ रही थी. 5 अक्तूबर 2017 को गृह मंत्रालय की ओर से एनओसी दी गई. 11 जनवरी 2018 को इसे रक्षा मंत्रालय ने एनओसी मिली. 23 अप्रैल 2018 को नागर विमानन मंत्रालय ने दी भी मंजूरी दी. इस बीच कई चरणों से गुजरते हुए 7 अक्तूबर 2020 को ज्यूरिख इंटरनेशनल और नियाल कोपना में करार हुआ.
Posted by : Pritish Sahau