Bihar News: बिहार के नवादा जिले में एक महिला को हाथी ने कुचलकर मार डाला. मामला वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के बल्लोपुर गांव का है जहां सरेह में सब्जी तोड़ रही महिला को जंगली हाथी ने कुचल कर मार डाला. इसकी खबर मिलते ही गांव में अफरा-तफरी मच गयी. मृत महिला की पहचान बल्लोपुर गांव निवासी सरयुग प्रसाद की 68 वर्षीया पत्नी शांति देवी के रूप में की गयी. घटना गुरुवार की है.
जानकारी के अनुसार, अपने झुंड से बिछड़कर एक हाथी झारखंड राज्य से अकबरपुर व रोह प्रखंड होते हुए वारिसलीगंज थाना क्षेत्र में घुस गया. शांति देवी तकरीबन गुरुवार सुबह साढ़े पांच बजे गांव से कुछ दूरी पर खेत में सब्जी तोड़ रही थी. इस दौरान हाथी की नजर सब्जी तोड़ रही महिला पर पड़ी और हाथी महिला पर टूट पड़ा. महिला चिल्लाते हुए भाग रही थी और हाथी उसे पटक-पटक कर कुचल रहा था. महिला को हाथी जिस वक्त रौंद रहा था, उस वक्त दर्जनों ग्रामीण मुकदर्शक बन कर देख रहे थे, लेकिन हाथी के डर से बचाने के लिए कुछ नहीं कर पा रहे थे. अंतत: हाथी ने महिला को कुचल कर अधरा कर दिया.
वहीं, ग्रामीणों की भीड़ देखकर हाथी महिला को छोड़ आगे निकल गया. इसके बाद ग्रामीण जख्मी महिला को इलाज के लिए स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लाए. चिकित्सकों ने महिला को देखने के बाद मृत घोषित कर दिया. बाद में पुलिस की देख-रेख में महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए नवादा सदर अस्पताल भेजा गया. पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव परिजनों को सौंप दिया है.
घर में घुस कर हाथी ने मचाया उत्पात:
उग्र हो चुके हाथी ने शांति देवी को कुचलने से पहले उसी गांव के स्वर्गीय गिरजा मांझी उर्फ पप्पू मांझी की पत्नी संगीता देवी के निर्माणाधीन घर में घुस कर उत्पात मचाया. इससे संगीता देवी का घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया. इसके बाद खेत में सब्जी तोड़ रही महिला शांति देवी को कुचल कर मार डाला. ये खबर जंगल में लगे आग की तरह इलाके में फैल गयी.
डीएफओ संजीव रंजन ने बताया कि हाथी अपने झुंड से बिछड़ गया है. वह अकेलापन महसूस कर रहा है. इसके कारण झुंझलाहट में घटना को अंजाम दिया है. वन विभाग प्रयास कर रहा है कि हाथी को पुनः गंतव्य स्थान पर भेज दिया जाय. मृत महिला को सहायता राशि सहित अन्य लाभ दिलाने में कोई कोताही नहीं बरती जायेगी.
हाथी द्वारा महिला की कुचल कर हत्या किये जाने के बाद ग्रामीण सहित आसपास के गांवों में दहशत का माहौल कायम हो गया है. ग्रामीणों को भय है कि किसी भी समय हाथी दोबारा आकर घटना को अंजाम दे सकता है. हालांकि, ऐसी कोई घटना की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए वन विभाग पूरी तरह सक्रिय है. असमय पत्नी की मौत से पति सरयुग प्रसाद के अलावा पुत्र, पुत्री सहित अन्य परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. गांव में मातम का माहौल है.
हाथी के रौंदने से अधेड़ महिला शांति देवी की मौत के बाद परिजनों को सहायता राशि प्रदान किया गया. इसमें वन विभाग के रेंज ऑफिसर प्रदीप कुमार ने मृतका के पति सरयुग प्रसाद को एक लाख नगदी, कबीर अंतेष्टि योजना के तहत तीन हजार रुपये नगद, पारिवारिक लाभ योजना अंतर्गत बीस हजार रुपये का चेक दिया गया.
डीएफओ संजीव रंजन ने बताया कि जंगली जानवर से हुई मौत पर पांच लाख रुपये मृतक के आश्रित को देने का प्रावधान है. परंतु उसमें कुछ समय इसलिए लग जाता है. क्योंकि कागजी प्रक्रिया पूरी करना पड़ता है. इस कारण फिलहाल एक लाख रुपये नगदी मृतक के पति को दे दिया गया है. शेष चार लाख रुपये कागजी प्रक्रिया पूरी होते ही यथाशीघ्र दे दी जायेगी.
Published By: Thakur Shaktilochan