बिहार का कश्मीर कहे जाने वाले ककोलत जलप्राप्त में बुधवार को लगातार तेज बारिश होने की वजह से अचानक पानी का सैलाब आ गया. यहां पर्यटकों के लिए बने कुंड में अचानक ही जलप्राप्त से तेज रफ्तार में पानी गिरने लगा. जिस कारण से कुंड का जलस्तर तेजी से उपर चढ़ना शुरू हो गया. जिसके बाद मौके पर अफर तफरी मच गई. कुंड का आनंद उठा रहे लोग इधर उधर भागने लगे. इस घटना के वक्त तकरीबन 1000 लोग इस जगह का लुत्फ उठा रहे थे.
नवादा जिले के गोविन्दपुर प्रखंड में ककोलत जलप्राप्त में अचानक जलस्तर की वृद्धि होने से लोगों में बेचैनी छा गई. यह देख ककोलत जलप्रपात में मौके पर मौजूद रहे केयर टेकर यमुना पासवान ने अपने सहयोगियों की मदद से एक-एक कर सभी सैलानियों को वहां से सुरक्षित बाहर निकाला. यहां किसी तरह की कोई जान माल की क्षति नहीं हुई है. घटना के बाद आस पास के लोगों की मौके पर भीड़ जुट गई. करीब एक घंटे से अधिक समय तक जलस्तर ऐसे ही बढ़ा रहा. इसके बाद जब पानी का सैलाब शांत पड़ा तो सैलानियों ने फिर से जलप्रपात का लुत्फ उठाया.
बारिश के मौसम में अक्सर ककोलत जलप्रपात में जलस्तर बढ़ जाता है. इसके साथ ही यहां भू स्खलन का खतरा भी बना रहता है. पहले भी ककोलत जलप्राप्त में बारिश की वजह से बाढ़ आ चुकी है. साथ ही यहां पहले भी भू स्खलन के कारण काफी नुकसान हुआ है. यहां सीढ़ियों से लगे चट्टानों के खिसकने से कई बार गंभीर हादसा होते-होते बचा है. यही कारण है कि ककोलत के प्रस्तावित सौंदर्यीकरण से पूर्व वहां स्लोप स्थिरीकरण के निर्माण का प्रावधान किया गया है.
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ककोलत जलप्रपात के केयरटेकर ने बताया की सभी पर्यटकों को समय रहते कुंड से सुरक्षित वापस निकाल लिया गया था. इसी वजह से किसी भी तरह का कोई नुकसान नहीं हुआ. ककोलत को पिछले कुछ वर्षों से बारिश की वजह से काफी नुकसान उठाना पड़ा है. हालांकि इस बार अभी तक तो कोई नुकसान नहीं हुआ है. बताया जा रहा है की यहां की दुकानें एवं सीढ़ियां आदि सभी सुरक्षित है.