नवादा जिले के मेसकौर प्रखंड क्षेत्र के ऐतिहासिक रामायण काल की पावन भूमि सीतामढ़ी में अगहन पूर्णिमा यानी आठ दिसंबर से मेला का आयोजन होगा. मेले को लेकर हर तरह की तैयारी की गयी है. आसमानी झूले से लेकर ब्रेक डांस व दूसरे तमाम तरह के मनोरंजन के साधन व खेल-खिलौनों की दुकानें खुल गयी हैं. यहां दशकों से मेला आयोजित होते आ रहा है. मेले को लेकर दर्जनों व्यापारी सीतामढ़ी पहुंच चुके हैं. तरह-तरह की दुकान सजाने में सभी व्यस्त दिखाई पड़ रहे हैं. कोई व्यापारी खिलौने की दुकान, तो कोई काष्ठ सामग्री, कोई मौत के कुएं को सजाने में व्यस्त है. इसके अलावा मीना बाजार, खाने-पीने की सामग्री समेत तिलकुट, मस्का, चाट, फुचका की भरपूर दुकानें सज चुकी हैं.
राजस्व विभाग ने मेले में बोली लगाने को लेकर नयी तिथि एक और दो दिसंबर को जारी की थी. इसमें चंद्रकांता इंटरप्राइजेज ने 22 लाख 32 हजार में बोली लगायी. महंगी बोली होने के कारण संभव है कि यहां इस बार मनोरंजन के साधन समेत खरीदारी को लेकर लोगों को अधिक जेबें ढीली करनी पड़े. गुरुवार को मेला का श्री गणेश होगा. मेले को लेकर सीतामढ़ी पूरी तरह से दुल्हन की तरह सज कर तैयार हो चुका है. मीना बाजार समेत कई खिलौने की दुकानों व मोतियों की माला की दुकानों से सीतामढ़ी सज चुका है. इस वर्ष ब्रेक डांस, मौत का कुआं, जादूगर, आसमानी झूला, नाव, रेलगाड़ी समेत दर्जनों तरह के मनोरंजन के साथ मेला पूरी तरह सज चुका है.
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मेसकौर अंचलाधिकारी बीरबल वरुण कुमार ने बताया कि प्रखंड का सबसे बड़ा मेला का आयोजन सीतामढ़ी में होता है. मेले में व्यवस्था को लेकर संबंधित अधिकारियों को व्यवस्था करने की सूचना दी गयी है.
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पीएचडी विभाग के जेइ चंदन कुमार ने बताया कि मेला परिसर में ट्यूबवेल से पीने के पानी की व्यवस्था की गयी है. बिजली विभाग के जेइ संजीत कुमार ने बताया कि अभी तक मुझे कोई सूचना प्राप्त नहीं है, फिर भी सीतामढ़ी जाकर वस्तुस्थिति का पता करेंगे.
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मेले में दुकान लगाने वाले दुकानदारों के लिए तत्काल मीटर के माध्यम से बिजली की व्यवस्था की जायेगी. सीतामढ़ी थानाध्यक्ष नीरज कुमार ने बताया कि मेले को लेकर पूरी तरह से प्रशासन मुस्तैद है. अतिरिक्त पुलिस बल भी मंगायी जा रही है.
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मेला ठेकेदार चुनचुन सिंह ने बताया कि अधिकारियों की ओर से किसी तरह की कोई सुविधा मुहैया नहीं करायी गयी है. पीएइचडी की ओर से न चापाकल की मरम्मत करायी गयी है और ना ही बिजली विभाग की ओर से बिजली की व्यवस्था करायी गयी है. उन्होंने बताया कि इस वर्ष मेला का आयोजन बड़े शानदार ढंग से कराया जा रहा है. रात्रि 9-10 बजे तक मेला चले, इसकी पूर्ण व्यवस्था करायी जा रही है. इस बार मेले में 110 फीट ऊंचा झूला लगाया गया है. मौत का कुआं तीन मंजिला बनाया गया है. इसमें फोर व्हीलर एवं टू व्हीलर दोनों से कलाकार अपना कलाकारी दिखायेंगे. मेला व्यवस्थापक विजय सिंह, नरेश सिंह एवं कुंदन कुमार का कहना है कि सीतामढ़ी मेला न तो आज तक ऐसा लगा है और न आगे लगेगा.