तेहरान : ईरान ने मान लिया है कि यूक्रेन के विमान पर दो मिसाइलें दागी गयी थीं. इस घटना में विमान में सवार सभी 176 लोगों की जान चली गयी थी. हालांकि, देश के नागरिक उड्डयन प्राधिकार ने यह भी कहा कि उसने मार गिराये गये विमान के ब्लैक बॉक्स से जानकारियां जुटाने के लिए फ्रांस और अमेरिका से तकनीकी सहायता मांगी है, लेकिन उसे अब तक उनका सकारात्मक जवाब नहीं मिला है.
आठ जनवरी को तेहरान के खमैनी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से कीव के लिए उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद यूक्रेन इंटरनेशनल एयरलाइंस के विमान को मार गिराया गया था. इस घटना की पूर्ण और पारदर्शी जांच करने का ईरान पर अंतरराष्ट्रीय दबाव है. ईरान के सिविल एविएशन ओर्गनाइजेशन ने सोमवार देर शाम अपनी वेबसाइट पर प्रारंभिक रिपोर्ट डालते हुए कहा, जांचकर्ताओं ने यह पता लगाया है कि दो टोर-एम1 मिसाइलें विमान पर दागी गयीं. रिपोर्ट में कहा गया कि मामले की जांच जारी है. इस बयान में न्यू याॅर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट की पुष्टि की गयी है जिसके वीडियो फुटेज में नजर आ रहा है कि विमान पर मिसाइलनुमा दो चीजें दागी जा रही है.
टोर-एम1 सतह से हवा में मार करने वाली छोटी दूरी की मिसाइल है जिसे पूर्व सोवियत संघ ने विकसित किया था. इसका विकास विमान या क्रूज मिसाइल को निशाना बनाने के लिए किया गया था. ईरान शुरू में तो कई दिनों तक पश्चिमी देशों के इस दावे को इनकार करता रहा कि उड़ान पी एस 752 को मार गिराया गया. लेकिन ग्यारह जनवरी को रिवोल्युशनरी गार्ड्स के एयरोस्पेस कमांडर ब्रिगेडियर जनरल आमिराली हाजीजादेह ने पूरी जिम्मेदारी ली. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि जिसने यह मिसाइल दागी, वह मिसाइल ऑपरेटर स्वतंत्र रूप से काम कर रहा था. यह घटना अमेरिका और ईरान के बीच भीषण तनाव के मध्य हुई.