नयी दिल्ली : टीम इंडिया के पूर्व तूफानी बल्लेबाज और नजफगढ़ के नवाब के नाम से मशहूर वीरेंद्र सहवाग सोशल मीडिय पर काफी सक्रिय रहते हैं. उनके ट्वीट को लोग काफी पसंद भी करते हैं.
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वीरु मैदान पर जिस तरह से बल्लेबाजी करते थे अब उसी तरह वो सोशल मीडिया और कमेंट्री में चौके-छक्के लगा रहे हैं. लेकिन बल्ले से नहीं बल्कि अपने शब्दों से. लेकिन इस बार वीरु से बड़ी चूक हो गयी और उन्हें लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा रहा है. लोग सहवाग के ट्वीट पर काफी नाराज नजर आ रहे हैं और विरोध जता रहे हैं.
* क्या है मामला
दरअसल वीरेंद्र सहवाग ने उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज में सोमवार से लेकर आज तक 63 बच्चों की मौत को लेकर गहरा दुख जताया और अपने ट्विटर अकाउंट के जरिये मैसेज छोड़ा. लेकिन सहवाग ने अपने मैसेज में बच्चों की मौत के लिए जो वजह लिखी है, उसी पर लोगों को एतराज हो गयी.
सहवाग ने एक के बाद एक कई ट्वीट किये और लिखा, ‘गोरखपुर में मासूमों की मौत की खबर से बहुत दुख हुआ. अब तक इंसेफेलाइटिस की वजह से 50 हजार से अधिक मौत हो चुकी है. 1978 में जब मेरा जन्म हुआ था तब पहली बार इस बीमारी के बारे में पता चला. अभी तक हम इस बीमारी से मासूमों को बचाने की तरीका नहीं ढूंढ़ पाए. यह दिल तोड़ने वाली बात है!’बस सहवाग की इसी बात पर लोगों को गुस्सा आ गया और ट्रोल करना शुरू कर दिया. एक शख्स ने लिखा, दिखायी नहीं देता या फिर देखने की आदत नहीं है, पूरे देश को पता है कि बच्चे ऑक्सिजन की कमी की वजह से मरे हैं…..
एक और शख्स ने लिखा, योगी पावर. कई लोगों ने सहवाग को गलत ठहराते हुए उन्हें बता रहे हैं कि बच्चों की मौत की वजह ऑक्सीजन की कमी है. न की इंसेफेलाइटिस की वजह से.
गौरतलब हो कि गोरखपुर के बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज में सोमवार से लेकर आज तक 63 बच्चों की मौत हो गयी है. ये मौतें अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी होने की वजह से होने की बात कही गयी है, हालांकि राज्य सरकार ने इसका सिरे से खंडन किया है और कहा है कि बच्चों की मौत अलग-अलग वजह से हुई है. उधर, खबर है कि अस्पताल में ऑक्सीजन की सप्लाई करने वाली कंपनी के ठिकानों पर छापेमारी की गयी है. उक्त कंपनी ने पैसे का भुगतान नहीं होने की बात कहते हुए अस्पताल में ऑक्सीजन की सप्लाई रोक दी थी.