नयी दिल्ली : आधार नंबर केवल सार्वजनिक वितरण प्रणाली से मिलने वाले अनाज और रसोई गैस सब्सिडी लेने, बैंकिंग और सरकारी कामकाजों में उपयोग की ही वस्तु नहीं रह गया है. विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के नये नियमों को मानें, तो अगले साल से यह राष्ट्रीय पहचान नंबर विद्यार्थियों की डिग्री, डिप्लोमा और सर्टिफिकेट पाने के लिए भी जरूरी हो जायेगा. यूजीसी की ओर से जारी दिशा-निर्देश के अनुसार, यह नया नियम अगले साल से देश के तमाम विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षण संस्थानों में लागू हो जायेगा. इस नियम के लागू हो जाने के बाद छात्र नौकरी और दाखिला लेने के दौरान अपने सर्टिफिकेट या डिग्री का सत्यापन इसी आधार नंबर के जरिये करा सकते हैं.
मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से इस नये नियम की मंजूरी मिलने के बाद यूजीसी की ओर से जारी दिशा-निर्देश में यह बताया गया है कि आधार नंबर को लेकर यह नया नियम सबसे पहले उच्च शिक्षण संस्थानों में ही लागू किया जायेगा. इसे बाद इसे स्कूली स्तर पर भी लागू करने की प्रक्रिया शुरू की जायेगी.
इस संबंध में यूजीसी ने देश के सभी विश्वविद्यालयों समेत उच्च शिक्षण संस्थानों के लिए दिशा-निर्देश जारी करते हुए अपने पत्र में लिखा है कि डिग्री और सर्टिफिकेट की सुरक्षा के लिए फोटो के साथ अब आधार नंबर जोड़ा जाये. उच्च शिक्षण संस्थानों में इस नये नियम के लागू हो जाने के बाद सर्टिफिकेट से आधार नंबर जुड़ने के बाद छात्रों को अब दाखिले के समय सत्यापन की जरूरत नहीं पड़ेगी, क्योंकि सर्टिफिकेट में मौजूद आधार नंबर और फोटो से उनका खुद ही सत्यापन किया जा सकता है.