पटना : बिहार की राजधानी पटना के एसएसपी मनु महाराज के पुलिसिया एक्शन की चर्चा गाहे-बगाहे होती रहती है. वह चाहे बालू माफियाओं की कमर तोड़ने को लेकर हो, या फिर राजधानी में अपराधियों और लहरिया काट बाइकर्स गैंग पर लगाम लगाने की. मनु महाराज ने ऐसे तत्वों पर समय रहते काबू पाने में सफलता पायी है. इसी कड़ी में मनु महाराज की टीम ने अपहरणकर्ताओं के चंगुल से 24 घंटे के अंदर के बच्चे को रिहा कराने में सफलता पायी है. बताया जा रहा है कि बच्चे का अपहरण कर पचास लाख की फिरौती मांग रहे अपहर्ताओं को पुलिस के बढ़ते दवाब के कारण बच्चे को रिहा करना पड़ा. बाढ़ के सहायक पुलिस अधीक्षक मनोज तिवारी के नेतृत्व में अपहर्ताओं की गिरफ्तारी के लिए छापामारी जारी है.
जानकारी के मुताबिक बख्तियारपुर के टेका बिगहा गांव से छह साल के अपहृत बच्चे को पटना पुलिस की विशेष टीम ने बाढ़ थाना इलाके के दलिशमनचक गांव से बरामद कर लिया. टेका बिगहा के रहने वाले दवा व्यवसायी मनोज कुमार के छह वर्षीय पुत्र सौरभ कुमार का अपराधियों ने अपहरण कर लिया था. इसके बाद मनोज ने बख्तियारपुर थाने में मामला दर्ज कराया था. दवा व्यवसायी के बेटे का अपहरण कर पचास लाख की फिरौती मांगी जा रही थी. मनोज ने कहा कि अपराधी उनसे 50 लाख की फिरौती मांग रहे थे. अपराधी बार बार फोन कर पैसा लेकर बख्तियारपुर आने को कहा रहे थे. पैसे नहीं देने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी जा रही थी.
जैसे ही इस बात की खबर मनु महाराज और उनके विश्वसनीय टीम को पता चली, अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया. ऑपरेशन बच्चे को सबसे पहले बरामद करने को लेकर था. बच्चे को बरामद कर लिया गया और उसके बाद सहायक पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार तिवारी के नेतृत्व में गठित टीम द्वारा छापेमारी की जा रही है. अगवा बच्चे की तलाश में पुलिस द्वारा लगातार छापामारी की जा रही थी. पुलिस की बढ़ती दबिश के कारण अपहर्ताओं ने बच्चे को रेल पुलिया के पास छोड़ दिया.उसकेबाद बच्चेके रोने की आवाज सुन गांव वाले पुलिया पर गये और बच्चे को गांव ले गये. गांव वालों ने स्थानीय थाने को फोन कर बच्चा बरामद होने की जानकारी दी.
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