सुंदरगढ़ जिले में कोइड़ा बीडीओ पल्लवीरानी राज के भ्रष्टाचार व तबादले को लेकर ग्रामीणों के धरना-प्रदर्शन का मुद्दा गुरुवार को विधानसभा में गूंजा. कांग्रेस विधायक दल के नेता नरसिंह मिश्र ने यह मुद्दा शून्य काल में उठाया. इसके अलावा बणई के माकपा विधायक लक्ष्मण मुंडा ने भी इस मुद्दे को लेकर सरकार का ध्यानाकर्षण कराया.
कांग्रेस विधायक दल के नेता नरसिंह मिश्र ने शून्य काल में इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि बणई विधायक लक्ष्मण मुंडा ने उन्हें कोइड़ा बीडीओ की अवैध गतिविधियों से अवगत कराया था. ये यहां पर तीन साल से अधिक समय से पदस्थापित हैं. इसी बीच उनके तबादले का आदेश भी आता है, तो वह रद्द हो जाता है. इसके पीछे किसका संरक्षण है, इसका भी पता चलना चाहिए. साथ ही उनका कहना था कोइड़ा बीडीओ ऑफिस भी नहीं जातीं व घर से ही काम करती हैं.
यहां तक 22 पीसी (कमीशन) लिये कोई काम नहीं होता. मिश्र ने कहा कि वे कभी बीडीओ की भांति छोटे अधिकारी को लेकर बात नहीं करते थे. लेकिन, बणई विधायक ने उन्हें पत्र लिखा तो पता चला कि यह काफी गंभीर मामला है. जिससे वे इस मामले में विधानसभा अध्यक्ष से उचित कार्रवाई करने का अनुरोध करते हैं. वहीं, बणई के माकपा विधायक लक्ष्मण मुंडा ने कहा कि कोइड़ा बीडीओ पल्लवीरानी राज पहले लेफ्रीपाड़ा ब्लॉक में थीं.
उनके नाम पर वहां शौचालय घोटाले के आरोप लगे थे. इसके बाद उन्हें 2019 में वहां से कोइड़ा ब्लॉक में तबादला कर दिया गया था. लेकिन, यहां पर भी वह अपनी मनमानी कर रही हैं. जनप्रतिनिधियों के साथ अभद्र व्यवहार किया जा रहा है.
वह अपने ऑफिस न जाकर घर में रहकर काम करती हैं तथा भाई व मां के नाम पर ठेका लेकर सरकारी ठेका लेने का काम भी करतीं हैं. ब्लाॅक के कर्मचारियों ने भी उनके खिलाफ कलम बंद आंदोलन शुरू कर दिया है. सरपंचों ने भी उनके खिलाफ धरना दिया है, जिससे उनका जल्द से जल्द तबादला होना चाहिये. इस पर विधानसभा के स्पीकर ने सरकार से इन आरोपों पर ध्यान देने व उचित कार्रवाई करने को कहा है.