बणई अनुमंडल के लहुनीपाड़ा ब्लॉक अंतर्गत खुटगांव में राज्य सरकार की 5टी योजना के तहत रूपांतरित सरकारी हाइस्कूल की छत का प्लास्टर गिर गया. गनीमत रही कि जिस समय यह घटना हुई, बच्चे बच्चे कक्षा में मौजूद नहीं थे. जिससे बड़ा हादसा टल गया. गौरतलब है कि उक्त हाइस्कूल का 5टी योजना के तहत रूपांतरण कार्य चल रहा है.
मौजूदा भवन का नवीनीकरण कार्य समाप्त कर लिया गया है, जबकि नये भवन का निर्माण जारी है. नवीनीकृत पुराने भवन में नौवीं कक्षा के छात्र पढ़ते हैं. इस स्कूल की छत का प्लास्टर गिरने के बाद एक बार फिर जिले में हो रहे सरकारी काम पर सवाल उठने लगे हैं. स्थानीय लोगों का आरोप है कि जिले में सरकारी काम टिकाऊ नहीं, बल्कि कामचलाऊ होते हैं.
छत से प्लास्टर गिरना घटिया काम व भ्रष्टाचार की कहानी बयां कर रहा है. आश्चर्य की बात यह है कि यह विद्यालय रूपांतरण कार्य एकीकृत आदिवासी विकास संगठन (आइटीडीए) की देखरेख में किया जा रहा है, जिससे अभिभावकों में सवाल उठ रहा है कि इतनी घटिया गुणवत्ता का कार्य कैसे किया जा रहा है. इस संबंध में पूछे जाने पर स्कूल की प्रधानशिक्षिका महिमा हेंब्रम ने कहा कि रविवार को संभवत: जब स्कूल बंद था, तभी छत से प्लास्टर गिरा.
हमने सोमवार को स्कूल खुलने के बाद यह देखा. उन्होंने बताया कि आइटीडीए के अधिकारियों को भी घटना की जानकारी दे दी है. लेकिन स्कूल प्रबंधन की अध्यक्ष रेवती मोहन महापात्र, अभिभावकों और ग्रामीणों ने पूछा है कि यदि यह घटना छात्रों के पढ़ने के दौरान हुई होती, तो इसके लिए कौन जिम्मेदार होता. साथ ही उचित जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है.