पशुपालन, दूध उत्पादन, मांस व अंडा उत्पादन के क्षेत्र में ओडिशा आत्मनिर्भर बनेगा. मुख्यमंत्री कृषि उद्योग योजना के माध्यम से ओडिशा के किसानों को सफल उद्यमी बनाने के लिए सभी प्रकार के सुविधाएं प्रदान की जायेगी. उक्त जानकारी मुख्यमंत्री के सलाहकार असित कुमार त्रिपाठी ने मछली व पशुपालन विभाग की समीक्षा बैठक में यह बात कही. राजधानी के खारबेल भवन के सम्मेलन कक्ष में आयोजित इस समीक्षा बैठक में श्री त्रिपाठी ने बताया कि गोपालन को प्रोत्साहित करने के साथ-साथ ग्रामीण किसानों को आत्मनिर्भर बनाया जायेगा. ओडिशा में लगभग 60 लाख परिवार खेती कार्य करते हैं. वे पारंपरिक खेती करने के साथ साथ गोपालन, मछली पालन व मुर्गीपालन आदि भी कर रहे हैं. इससे उन्हें उद्यमी बनने में सहायता मिल रही है.
श्री त्रिपाठी ने कहा कि मछली व पशुपालन विभाग तथा कृषि विभाग द्वारा एक सर्वेक्षण किया गया है. इस सर्वे में दक्ष किसानों की पहचान की गयी है, जिन्हें सफल उद्यमी बनाने के लिए योजना तैयार की गयी है. लगभग छह हजार किसानों के परिवारों को लेकर यह सर्वे किया गया था. सर्वे में चिह्नित किसानों को विविध खेती करने के लिए प्रोत्साहित किया जायेगा. आने वाले दिनों में इस तरह के और भी सर्वे किये जायेंगे. समीक्षा बैठक में मछली व पशुपालन विभाग के मुख्य सचिव सुरेश कुमार वशिष्ठ व अन्य अधिकारी उपस्थित थे .इसके साथ साथ ओमफेड व आपिकल के सदस्य भी उपस्थित थे .
गांजा तस्करी के आरोप में नौ महिलाएं गिरफ्तार
नुआपाड़ा जिले से गांजा तस्करी के आरोप में उत्पाद शुल्क अधिकारियों ने मध्य प्रदेश की 9 महिलाओं को गिरफ्तार किया है. जानकारी के मुताबिक, उत्पाद शुल्क विभाग को जिले में गांजा तस्करी के लिए संचालित एक अंतरराज्यीय रैकेट के बारे में सूचना मिली थी. जांच के बाद और रैकेट के बारे में विश्वसनीय जानकारी प्राप्त करने के बाद, आबकारी अधिकारियों ने मंगलवार को शहर में विभिन्न स्थानों पर छापेमारी की. छापेमारी के दौरान तस्करों के कब्जे से 1.53 क्विंटल गांजा बरामद किया गया. आबकारी अधिकारियों ने मादक पदार्थ की तस्करी में शामिल 9 महिलाओं को गिरफ्तार किया है। सूत्रों ने बताया कि सभी महिलाएं मध्य प्रदेश की हैं. जब्ती के बाद रैकेट में अन्य व्यक्तियों की संलिप्तता का पता लगाने के लिए गिरफ्तार महिलाओं से पूछताछ की जा रही है.
कुंवारी मां ने लोक-लाज के डर से नवजात को छोड़ा
सुंदरगढ़ जिले में एक कुंवारी मां ने झाड़ी के नीचे नवजात बच्ची को जन्म दिया और लोक-लाज के डर से वहां से चली गयी. बाद में लोगों ने बच्चे को बचा लिया जबकि पुलिस ने मां को खोज निकाला. मां और बच्चे दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जानकारी के अनुसार भस्मा गांव के कुछ महिला व पुरुष मजदूर चुमन तांडिया के आवास की छत बनाने के काम में लगे थे. शाम को उनमें से एक युवती यह कहकर कार्यस्थल से चली गयी कि वह बाथरूम जा रही है. झाड़ी के नीचे एक बच्ची को जन्म देने के बाद वह उसे वहीं छोड़कर चली गयी. कुछ देर बाद वह मजदूरों के साथ गांव लौट आयी. बाद में नवजात के रोने की आवाज सुनकर स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और बच्चे को झाड़ी से बचाया और भस्मा थाने को सूचना दी.पुलिस ने जांच की और युवती का पता लगा लिया. उससे पूछताछ की तो उसने सच कबूल कर लिया. उसने स्वीकार किया कि उसने लोक-लाज के डर सेनवजात को छोड़ दिया है.
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