ओडिशा के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के रिक्त 53,000 पद पर जल्द ही नियुक्ति होगी. बुधवार को विधानसभा में राज्य के स्कूल एवं जन शिक्षा मंत्री समीर रंजन दाश ने यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि राज्य भर के विभिन्न स्कूलों में 2026 शिक्षकों और 2064 क्लर्कों की नियुक्ति की प्रक्रिया पहले ही शुरू की जा चुकी है. हाई स्कूलों के लिए अतिरिक्त कक्षाओं के निर्माण के लिए पंचायतीराज विभाग की ओर से 280 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है.
मो स्कूल अभियान के तहत 805.14 करोड़ रुपये का बजट आवंटित है. इसी तरह, स्कूल एवं जन शिक्षा विभाग के पास विभिन्न उद्देश्यों के लिए 578 करोड़ रुपये का बजटीय आवंटन है. फाइव टी स्कूलों में शिक्षकों की कमी और भुगतान नहीं होने के संबंध में कुछ विपक्षी और सत्तारूढ़ दल के विधायकों की चिंताओं का जवाब देते हुए दाश ने कहा कि इस मामले में संबंधित जिलाधिकारियों से चर्चा की जायेगी. दास के मुताबिक, फाइव टी पहल के तहत राज्य में पहले चरण में 1075, दूसरे चरण में 3461 और तीसरे चरण में 2336 स्कूलों का कायाकल्प किया गया है.
फाइव टी स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति के बारे में सदन को सूचित करते हुए उन्होंने कहा कि अब तक 11,000 शिक्षकों की नियुक्ति पूरी हो चुकी है. करीब 7,000 शिक्षकों की नियुक्ति के लिए 10 मार्च को परीक्षा हुई है. 6,000 और शिक्षकों की नियुक्ति के लिए प्रक्रिया पहले ही शुरू की जा चुकी है. मंत्री ने कहा कि अब राज्य में शिक्षकों की कोई कमी नहीं होगी.
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राज्य के स्कूलों में शिक्षकों की भारी कमी का मुद्दा बुधवार को विधानसभा में सत्तारूढ़ और विपक्ष के विधायकों ने उठाया. विधायकों ने अपने-अपने इलाकों में शिक्षकों की कमी से हो रही दिक्कतों के बारे में बताया और शिक्षकों का पद शीघ्र भरने की मांग की. इस पर राज्य के विद्यालय व जनशिक्षा मंत्री समीर रंजन दाश ने कहा कि राज्य सरकार इस मामले में गंभीर है और शिक्षकों के रिक्त पदों पर भर्ती की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. विद्यालयों के रूपांतरण को लेकर सदन में प्रश्नकाल के दौरान चर्चा में कांग्रेस विधायक सुरेश राउतराय ने कहा कि स्कूलों में नया भवन बनाया जा रहा है. रंग-रोगन हो रहा है.
लेकिन स्कूलों में शिक्षक नहीं हैं. ऐसे में पढ़ाई कैसे होगी. कांग्रेस विधायक दल के नेता नरसिंह मिश्र ने कहा कि बलांगीर के पृथ्वीराज हाइस्कूल में शिक्षकों के 23 पद हैं, लेकिन 9 रिक्त हैं. ऐसे में राज्य सरकार कैसा रूपांतरण कर रही है. निलगिरी विधायक सुकांत नायक ने भी अपने इलाके के स्कूलों में खाली शिक्षकों के पद के बारे में जानकारी दी. बीजद विधायक संजीव मलिक व अमर सतपथी ने भी शिक्षकों के कमी का मुद्दा उठाया.