10th board exam: 10वीं बोर्ड परीक्षा में प्रश्न पत्र लीक होने के मुद्दे को लेकर सोमवार को विधानसभा में हंगामा हुआ. विधानसभा में विपक्षी विधायकों की ओर से हंगामा किये जाने के कारण विधानसभा की प्रथमार्ध की बैठक में कोई काम-काज नहीं हो सका. हंगामे के कारण विधानसभा अध्यक्ष ने सदन को 4 बजे तक के लिए स्थगित करने की घोषणा की. प्रश्नकाल व शून्यकाल नहीं चल सका. कार्यस्थगन प्रस्ताव पर चर्चा नहीं हो सकी.
विधानसभा में हंगामे के बाद भारतीय जनता पार्टी ने राज्य सरकार पर निशाना साधा है. भाजपा के वरिष्ठ विधायक मोहन माझी ने सदन के बाहर पत्रकारों से कहा कि राज्य सरकार मेधावी छात्र-छात्राओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है. इस मामले में राज्य के विद्यालय एवं जन शिक्षा मंत्री समीर रंजन दास को त्यागपत्र दे देना चाहिए. श्री माझी ने कहा कि राज्य सरकार प्रश्नपत्र लीक होने की बात को स्वीकार नहीं कर रहे हैं. इसका पूरा प्रमाण हमारे पास है. ऐसी स्थिति में मेधावी छात्र-छात्राओं का भविष्य का क्या होगा.
सोमवार को राज्य में दसवीं बोर्ड की परीक्षाएं समाप्त हो गयी है. आगामी 3 अप्रैल से कॉपियों के मूल्यांकन का कार्य शुरू होगा. ओडिशा माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा यह जानकारी दी गयी है. कटक में पत्रकारों से बातचीत में बोर्ड के अध्यक्ष रामाशीष हाजरा ने बताया कि राज्य के कुल 56 मूल्यांकन केंद्रों में कॉपियों की जांच की जायेगी. परीक्षा केंद्रों से काॅपियां कड़ी सुरक्षा के बीच मूल्यांकन केंद्रों में पहुंचाया जायेगा.
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उन्होंने बताया कि आगामी 45 दिनों के अंदर मूल्यांकन प्रक्रिया समाप्त होगी व नतीजे घोषित किये जायेंगे. उल्लेखनीय है कि गत 10 मार्च से राज्य में दसवीं बोर्ड की परीक्षाएं प्रारंभ हुई थीं, पहले दिन परीक्षार्थियों ने अपनी मातृभाषा का पेपर दिया था, सोमवार को अंतिम दिन गणित की परीक्षा थी. राज्य में कुल 3218 परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा आयोजित की गयी.