सुंदरगढ़. सुंदरगढ़ जिले के हेमगिर ब्लॉक स्थित जामकानी के विस्थापितों का 98 दिनों से चला आ रहा आंदोलन समाप्त हो गया है. 15 लाख रुपये प्रति एकड़ की अतिरिक्त मुआवजा राशि देने के साथ वेदांता कंपनी में नौकरी आदि सहित 8 मांगों पर सहमति बनने के बाद विस्थापितों ने अपना आंदोलन वापस ले लिया है. सुंदरगढ़ विधायक कुसुम टेटे द्वारा इस मामले में हस्तक्षेप करने के साथ ही प्रशासन व वेदांत कंपनी से कई दौर की वार्ता करने के बाद इसका समाधान हो सका है.
शुक्रवार को पूर्वाह्न 11:00 बजे जामकानी खनन विरोधी धरना स्थल पर विधायक कुसुम टेटे की उपस्थिति में कंपनी अधिकारियों, जिला प्रशासन व विस्थापितों के बीच बैठक हुई. कंपनी भूमि के लिए प्रति एकड़ 15 लाख रुपये की अतिरिक्त क्षतिपूर्ति राशि का भुगतान करने पर सहमत हो गयी.
साथ ही 3 लाख रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से 12 प्रतिशत ब्याज दर से 10 वर्ष का ब्याज देने का प्रस्ताव स्वीकृत किया गया, इसी प्रकार बेघरों की पहचान कर पुनर्वास की सुविधा उपलब्ध कराना, लोगों का पुनर्वास करना, विस्थापित परिवारों के प्रत्येक घर का पुन: सर्वेक्षण करना तथा नवनिर्मित आवासों को मुआवजा सूची में शामिल करना, स्थानीय विस्थापित परिवारों के 18 वर्ष से अधिक आयु के बेरोजगार लड़के-लड़कियों को प्रशिक्षण देना और वेदांता में सीधे रोजगार देने पर सहमति बन गयी है.
बैठक प्रशासन की ओर से सुंदरगढ़ के अतिरिक्त जिलापाल (राजस्व ) अभिमन्यु बेहरा, उपजिलापाल दशराथी सराबू सहित विस्थापित नेता गोपाल प्रधान, जिला परिषद अध्यक्ष कुंती प्रधान, विशेष विकास परिषद सदस्य मैथिली बेहरा, हेमगिर पंचायत समिति अध्यक्ष प्रेमानंद सा, जिला परिषद सदस्य उदित सेठ, झरपालम सरपंच चंद्रव माझी आदि उपस्थित थे.