भ्रष्ट मानसिकता ही है भ्रष्टाचार की जड़
हमारे देश में नौकरी का आकर्षण सिर्फ मासिक वेतन नहीं होता. उस नौकरी में ऊपरी कमाई की गुंजाइश कितनी है, इस बात से उस नौकरी की महत्ता को तय किया जाता है. सामान्य लोग आयकर विभाग में इंस्पेक्टर या बिजली बोर्ड में जूनियर इंजीनियर की नौकरी को प्राथमिकता देते हैं क्योंकि वहां चाय-पानी का बंदोबस्त […]
हमारे देश में नौकरी का आकर्षण सिर्फ मासिक वेतन नहीं होता. उस नौकरी में ऊपरी कमाई की गुंजाइश कितनी है, इस बात से उस नौकरी की महत्ता को तय किया जाता है. सामान्य लोग आयकर विभाग में इंस्पेक्टर या बिजली बोर्ड में जूनियर इंजीनियर की नौकरी को प्राथमिकता देते हैं क्योंकि वहां चाय-पानी का बंदोबस्त बेहतर होता है.
यह वही भारतीय मानसिकता है, जिसने अब तक भ्रष्टाचार की जड़ को भारतीय सरजमीं में संजोए रखा है. विश्व में भ्रष्टाचार की सूची में भारत 76वां स्थान पर है. लेकिन यदि हालात नहीं सुधरे तो शीर्ष में नाम आने में समय नहीं लगेगा. इसलिए बेहतर है कि हम अपनी मानसिकता को स्वच्छ करें और भारत को एक भ्रष्टाचार मुक्त देश बनायें.
आयुष राज, बोकारो इस्पात नगर.