रक्षा मंत्रालय पर ध्यान दें
देश के सर्वोच्च स्थान पर रामनाथ कोविंद चुने गये हैं. उनका जीतना तो तय था. उनकी जीत कितने वोटों से होती है, सिर्फ उसकी प्रतीक्षा थी. राष्ट्रपति पद के अधिकार बढ़ाकर इस पद की ताकत बढ़ाना जरुरी है. अपना उम्मीदवार राष्ट्रपति पद ग्रहण करे, इसलिए उस चुनाव की तैयारियां पिछले कुछ महीनों से चल रही […]
देश के सर्वोच्च स्थान पर रामनाथ कोविंद चुने गये हैं. उनका जीतना तो तय था. उनकी जीत कितने वोटों से होती है, सिर्फ उसकी प्रतीक्षा थी.
राष्ट्रपति पद के अधिकार बढ़ाकर इस पद की ताकत बढ़ाना जरुरी है. अपना उम्मीदवार राष्ट्रपति पद ग्रहण करे, इसलिए उस चुनाव की तैयारियां पिछले कुछ महीनों से चल रही थी. देश को नया राष्ट्रपति तो मिल गया है, लेकिन देश को पूर्ण समय का रक्षा मंत्री कब मिलेगा?
आखिर कब तक एक ही मंत्री के हाथ में दो बड़े मंत्रालयों की जिम्मेदारी रहेगी ? चीन ने अपने तेज जलवे दिखाना शुरू कर दिया है. ऐसे में रक्षा मंत्रालय की बागडोर पूरी तरह संभालने वाला मंत्री देश को चाहिए ही चाहिए. केंद्र सरकार को इस संबंध में गंभीरता से सोचना चाहिए.
मनीषा चंदराणा, इमेल से