कट्टरवाद पर रोक जरूरी है
हमारा देश शुरू से ही धर्मनिरपेक्ष है. पर, कुछलोग ने इस देश को धार्मिक कट्टरवाद की ओर ले जाने की कोशिश में लगे हैं. ध्यान देने वाली बात यह है कि हमारे देश के नेतागण ईसाई और मुसलिम देशों में जाकर भारत में निवेश का आमंत्रण देते हैं और उन देशों से ऋण से लेकर […]
हमारा देश शुरू से ही धर्मनिरपेक्ष है. पर, कुछलोग ने इस देश को धार्मिक कट्टरवाद की ओर ले जाने की कोशिश में लगे हैं. ध्यान देने वाली बात यह है कि हमारे देश के नेतागण ईसाई और मुसलिम देशों में जाकर भारत में निवेश का आमंत्रण देते हैं और उन देशों से ऋण से लेकर तमाम सैनिक साजोसामान स्वीकार करते हैं, उस वक्त इनकी धार्मिक कट्टरता गुम हो जाती है.
अगर वे देश भविष्य में हमारा साथ छोड़ दें, तो हमारा देश किस हालत में होगा, सहज कल्पना की जा सकती है. मात्र सस्ती राजनीति करने के लिए अपने धर्म को सर्वश्रेष्ठ और दूसरे धर्म को निकृष्ट समझना भारी भूल है. केंद्र और राज्य सरकारों को धर्मनिरपेक्षता को तोड़ने की कोशिश करने वाले सभी छुटभइया नेताओं पर कार्रवाई करनी चाहिए.
राजन राज , रांची