पब्लिक पुलिसिंग पर बल दे सरकार
पुलिस किसी भी देश की आंतरिक सुरक्षा व समाज में कानून व्यवस्था को बनाये रखने के लिए होती है. देश में पुलिस व्यवस्था अंगरेजों द्वारा 1861 में लायी गयी थी, तब पुलिस की भूमिका अंग्रेजों की दमन नीतियों को लागू करने के लिए भी थी. आजादी के बाद भी अगर पुलिस की यही छवि रही, […]
पुलिस किसी भी देश की आंतरिक सुरक्षा व समाज में कानून व्यवस्था को बनाये रखने के लिए होती है. देश में पुलिस व्यवस्था अंगरेजों द्वारा 1861 में लायी गयी थी, तब पुलिस की भूमिका अंग्रेजों की दमन नीतियों को लागू करने के लिए भी थी.
आजादी के बाद भी अगर पुलिस की यही छवि रही, तो यह लोकतंत्र के साथ मजाक है और मानवाधिकार का प्रायोजित हनन है. पब्लिक पुलिसिंग को बढ़ावा देने का हरसंभव प्रयास होना चाहिए. पुलिस अधिकारियों और आरक्षियों को समाज के लोगों के साथ व्यवहार कुशलता बढ़ाने की पहल होनी चाहिए.
डॉ मनोज ‘आजिज’, जमशेदपुर