सीवर में मौत
विश्व महाशक्ति बनने का दावा करनेवाले देश के लिए यह बहुत ही शर्म की बात है कि यहां के गरीब लोग सीवर की सफाई के लिए सीवर में उतरकर मौत के मुंह में चले जाते हैं. एक सरकारी रिपोर्ट के अनुसार पिछले एक साल में देश में सीवर में दम घुटने से 22,327 नागरिकों ने […]
विश्व महाशक्ति बनने का दावा करनेवाले देश के लिए यह बहुत ही शर्म की बात है कि यहां के गरीब लोग सीवर की सफाई के लिए सीवर में उतरकर मौत के मुंह में चले जाते हैं. एक सरकारी रिपोर्ट के अनुसार पिछले एक साल में देश में सीवर में दम घुटने से 22,327 नागरिकों ने अपनी जान गंवायी.
कितनी दुखद स्थिति है कि यह देश सीवर की सफाई करने वाला मशीन नहीं आयात कर रहा है. विकसित देशों में सीवर में दम घुटने से एक व्यक्ति की भी मौत नहीं होती. सारा काम वहां मशीनों से ही होता है. वास्तव में यहां की सरकारें संवेदनहीन हो गयी हैं. सीवर में दम घुटने से मरने वाले मरते रहें, इन सरकारों की कान पर जूं भी नहीं रेंगती?
निर्मल कुमार शर्मा, प्रताप विहार, गाजियाबाद