‘नमो’ का बुलबुला चुनाव बाद फूटेगा
16 मई 2014 को लोकसभा चुनावों के परिणाम आने के बाद कुछ लोगों को जोर का झटका लगेगा. ये झटके रामविलास पासवान, राम कृपाल यादव, हेमलाल मुमरू, जगदंबिका पाल आदि को लगेंगे और साथ ही झटका लगेगा भाजपा को भी, जिसके नेताओं को पता है कि चुनावों के बाद आंकड़ों का खेल होगा और 272 […]
16 मई 2014 को लोकसभा चुनावों के परिणाम आने के बाद कुछ लोगों को जोर का झटका लगेगा. ये झटके रामविलास पासवान, राम कृपाल यादव, हेमलाल मुमरू, जगदंबिका पाल आदि को लगेंगे और साथ ही झटका लगेगा भाजपा को भी, जिसके नेताओं को पता है कि चुनावों के बाद आंकड़ों का खेल होगा और 272 का आंकड़ा भाजपा के लिए संभव नहीं है क्योंकि मोदी की लहर चुनावों के पहले ही टांय-टांय फिस्स हो गयी है.
मोदी के नाम पर खुद भाजपा के ही नेता अलग हो जायेंगे और एनडीए गठबंधन के कुछ लोग भी अलग हो जायेंगे क्योंकि उन्हें पता चल जायेगा कि मोदी के नाम की जो लहर देश में उठी थी, वह अब नीचे आ गयी है. मनरेगा, भोजन का अधिकार, किसानों को भूमि अधिग्रहण कानून, सूचना का अधिकार और लोकपाल यूपीए को फायदा पहुंचायेंगे.
भुवन मोहन, ई-मेल से