दुर्गा पूजा की चर्चा और तैयारी शुरू हो गयी है. थोड़े दिनों के बाद चंदा वसूलने वालों की टोली अपना काम शुरू कर देंगी. चंदा वसूली के नाम पर आम लोगों को कितना परेशान किया जाता है, जबरदस्ती की जाती है, यह बताने की जरूरत मै यहां नहीं समझता हूं.
अभी मुझे पढ़ने को मिला है कि दुर्गा पूजा में कलकता में मात्र एक मूर्ति को बीस किलो की सोने की साड़ी से अलंकृत किया जाएगा और इसके लिए धनराशि एक प्रतिष्ठित स्वर्ण आभूषण व्यवसायी उपलब्ध करायेगा. गौर करने की जरूरत है कि जिस देश में आधारभूत सुविधाओं की घोर कमी हो – वहां ऐसे आडंबर कहां तक उचित हैं.
युगल किशोर, रांची