मासूमियत की हत्या
गुरुग्राम के रेयान इंटरनेशनल स्कूल में सात साल के मासूम छात्र की निर्मम हत्या ने पूरे देश को झकझोर दिया. यह भयावह घटना स्कूल-प्रशासन की सुरक्षा मामलों को लेकर गंभीर लापरवाही को दर्शाती है. सवाल यह भी है कि आखिर बच्चों के साथ स्कूल समय में स्कूल परिसर के भीतर या बाहर छेड़छाड़, यौन-शोषण सरीखे […]
गुरुग्राम के रेयान इंटरनेशनल स्कूल में सात साल के मासूम छात्र की निर्मम हत्या ने पूरे देश को झकझोर दिया. यह भयावह घटना स्कूल-प्रशासन की सुरक्षा मामलों को लेकर गंभीर लापरवाही को दर्शाती है.
सवाल यह भी है कि आखिर बच्चों के साथ स्कूल समय में स्कूल परिसर के भीतर या बाहर छेड़छाड़, यौन-शोषण सरीखे हादसे दिनोंदिन क्यों बढ़ते जा रहे हैं?
नौनिहालों की सुरक्षा को नजरअंदाज करना विद्यालय प्रबंधन की संवेदनहीनता, असामाजिकता व काहिली को भी उजागर करता है. भविष्य में ऐसे अमानवीय हादसों की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए शासन-प्रशासन को तमाम शिक्षण-संस्थानों खासकर निजी विद्यालयों में नियमन की व्यवस्था को दुरुस्त करना चाहिए.
नीरज मानिकटाहला, हरियाणा, इमेल से