समझ से परे मूल्यवृद्धि
पिछले दिनों देश में पेट्रोल के भाव बेतहाशा बढ़ने लगे हैं और कई जगहों पर बढ़ते-बढ़ते 80 रुपये प्रति लीटर तक पहुंच गये. एकाएक इस तरह पेट्रोल के दाम बढ़ना समझ से परे है, क्योंकि वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की कीमतें लगातार कम हो रही हैं. कच्चे तेल की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में करीब […]
पिछले दिनों देश में पेट्रोल के भाव बेतहाशा बढ़ने लगे हैं और कई जगहों पर बढ़ते-बढ़ते 80 रुपये प्रति लीटर तक पहुंच गये. एकाएक इस तरह पेट्रोल के दाम बढ़ना समझ से परे है, क्योंकि वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की कीमतें लगातार कम हो रही हैं.
कच्चे तेल की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में करीब 52% कम होने के बाद भी भारत में पेट्रोल का मूल्य कम नहीं हो रहा है. सरकार ने भी पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी जो दस रुपये प्रति लीटर थी, को बढ़ाकर 22 रुपये कर दी. यदि सरकार इसको कम कर दे, तो आम जनता को पेट्रोल में कुछ राहत मिल सकेगी. यह बात समझ से परे है कि पेट्रोल पर सरकार क्यों आम जनता को राहत नहीं देना चाहती? इस सरकार से बहुत उम्मीदें हैं.
संजय डागा, हातोद, इमेल से