गृह जिले में हो स्थानांतरण
झारखंड में प्राथमिक शिक्षा के क्षेत्र में प्रगति हेतु 2015 तथा 2016 में बहुत ही ज्यादा संख्या में प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति की गयी. इस नियुक्ति में लगभग 6000 प्राथमिक शिक्षक गृह जिले में नियुक्त न होकर अन्य जिलों में नियुक्त हो गये, जबकि प्राथमिक शिक्षक का पद जिला स्तर का है. दूसरे जिले में […]
झारखंड में प्राथमिक शिक्षा के क्षेत्र में प्रगति हेतु 2015 तथा 2016 में बहुत ही ज्यादा संख्या में प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति की गयी. इस नियुक्ति में लगभग 6000 प्राथमिक शिक्षक गृह जिले में नियुक्त न होकर अन्य जिलों में नियुक्त हो गये, जबकि प्राथमिक शिक्षक का पद जिला स्तर का है.
दूसरे जिले में नियुक्त होने के कारण शिक्षकों को हमेशा घर परिवार की चिंता लगी रहती है जिससे शिक्षक तन-मन से अपने विद्यालय के बच्चों को समय नहीं दे पा रहे है. प्राथमिक शिक्षकों को एक बार सामूहिक रूप से गृह जिला में स्थानांतरण किया जाये ताकि शिक्षक पूरे तन-मन से अपनी सेवा दे सकें और झारखंड को विकास की राह पर ले जाने में अपनी भागीदारी निभा सकें.
पुरुषोत्तम कुमार शुक्ल, लोहरदगा