पाकिस्तान की नयी चाल
पाकिस्तान को अपनी आतंकी नीति के कारण विश्व में फजीहत का सामना करना पड़ रहा है. यहां तक कि चीन भी उसके आतंकी चेहरे को छुपाने से मना कर रहा है. पिछले ब्रिक्स सम्मलेन के अंतिम मसौदे में वहां के अतिवादी संगठनों का नाम लेकर भर्त्सना करनेवाले ड्राफ्ट में चीन ने हस्ताक्षर किये. अमेरिका भी […]
पाकिस्तान को अपनी आतंकी नीति के कारण विश्व में फजीहत का सामना करना पड़ रहा है. यहां तक कि चीन भी उसके आतंकी चेहरे को छुपाने से मना कर रहा है. पिछले ब्रिक्स सम्मलेन के अंतिम मसौदे में वहां के अतिवादी संगठनों का नाम लेकर भर्त्सना करनेवाले ड्राफ्ट में चीन ने हस्ताक्षर किये. अमेरिका भी सख्त हो गया है.
शायद इन्हीं कारणों से अब आतंकी संगठनों को राजनीतिक पार्टी का दर्जा दिया जा रहा है. हाफिज सईद के जमात-उद-दावा ने अगला चुनाव लड़ने का एलान कर दिया है. फजलुर रहमान खलीली ने भी सियासी पार्टी बनाने का एलान कर दिया है. क्या विश्व को बेवकूफ बनाने की पाकिस्तान की यह नयी चाल है? लेकिन सच तो यह है कि अब दुनिया बहुत समझदार हो गयी है.
जंग बहादुर सिंह, गोलपहाड़ी