देश में वायु प्रदूषण चरम पर पहुंच गया है. छोटे छोटे बच्चों को मुंह पर मास्क लगा स्कूल जाते देखकर पहला सवाल दिमाग में यही होता है कि यह उनका वर्तमान है, तो भविष्य क्या होगा? अगर कभी ट्रैफिक में फंस जाएं, तो सांस लेना दूभर हो जाता है.
हजारों जानें इस प्रदूषण की भेंट चढ़ जाती है, फिर भी हम चेते नहीं हैं. क्यों न इस दीवाली पर संकल्प लें कि पर्यावरण की रक्षा में हम अपना योगदान देंगे और इस दीवाली को सार्थक बनायेंगे. पटाखे न जलायें बल्कि उस पैसे से किसी जरूरतमंद की मदद करें. इस दीवाली एक पौधा जरूर लगाएं. एक छोटा-सा कदम ही बड़े-बड़े रास्ते तय करता है. अपने वाहनों की नियमित जांच कराएं. इस तरह आनेवाली पीढ़ी के लिए कुछ योगदान करें.
डॉ शिल्पा जैन सुराणा, वारंगल