गड्ढे की रंगीन किस्मत
शहर की मुख्य सड़क बरसात से पहले बनवा कर भुगतान कर दिया गया था, क्योंकि नेता अफसर व ठेकेदार को इसके लाभ पता थे. सालों बाद बनी सड़क को भी पता था कि वह ज्यादा दिन नहीं टिकेगी. इस बार भी ज्यादा बरसात की गलती के कारण सड़क पर गड्ढे पड़ने शुरू हो गये. इतने […]
शहर की मुख्य सड़क बरसात से पहले बनवा कर भुगतान कर दिया गया था, क्योंकि नेता अफसर व ठेकेदार को इसके लाभ पता थे. सालों बाद बनी सड़क को भी पता था कि वह ज्यादा दिन नहीं टिकेगी.
इस बार भी ज्यादा बरसात की गलती के कारण सड़क पर गड्ढे पड़ने शुरू हो गये. इतने पड़े कि सड़क जख्मी हो गयी. बारिश फिर होती और गड्ढों की लंबाई, चौड़ाई व गहराई बढ़ती ही जाती. गड्ढे अब खड्ढे होने लगे. आठ इंच, दस इंच, डेढ़ फुट. कितनी बार म्युनिसिपल कमेटी में फोन किया, पार्षद, सचिव, प्रधान को कहा, पीडब्ल्यूडी के जेई से निवेदन किया.
इस बीच सबसे बड़े खड्डे, सॉरी गड्ढे, ने साथी छोटे गड्ढों के साथ मिलकर ऊपर से गुजरनेवाले टायरों से भी कहा मगर वे भी अनसुना कर निकलते रहे, किसी ने नहीं सुनी. सड़क के किनारे बड़ी दुकान के मालिक को भी कहा कि आप ही कुछ टूटी ईंटें व मिट्टी हम पर डाल दो, पर उसने कहा मेरी ड्यूटी नहीं है.
एक दिन बारिश के दौरान एक पत्रकार वहां दोपहिया पर निकल रहे थे. पानी में गड्ढे यानि खड्डे के क्षेत्रफल का अंदाजा नहीं लगा, सो उन्हें वहां गिरना ही पड़ा. हालांकि, पानी के कारण चोट थोड़ी कम लगी. दुकानदार को मौका मिल गया. उन्होनें अपने वर्कर से अब गड्ढा खाली करवा दिया, पूरा विवरण दिया और अगले दिन कई अखबार में ‘खड्डे’ की रंगीन तस्वीर छपी खबर के साथ.
खबर काफी विस्तृत थी, ‘बस अड्डे के नजदीक हार्डवेयर के प्रसिद्ध शोरूम के सामने वाली सड़क पर बना विशाल गड्ढा लोगों के लिए मुसीबत बन गया है. यहां कभी भी अनहोनी घटना घट सकती है, लेकिन इस गड्ढे को दुरुस्त करने के लिए संबंधित विभाग कोई माकूल कदम नहीं उठा रहा है. जिस कारण वाहन चालकों विशेषकर दोपहिया वाहन चालकों एवं पैदल चलनेवालों की मुसीबतें झेलनी पड़ रहीं है.
विपक्षी पार्टी के नगर सचिव ‘देखता हूं’, महिला मोर्चे की प्रखर अध्यक्षा ‘देख लूंगी’ ने अपने समर्थकों सहित कहा है कि यह गड्ढा इतना बड़ा गहरा चौड़ा व खतरनाक है कि यहां कभी भी कोई वाहन चालक या पैदल चोटिल हो सकता है.
बरसात के मौसम में जब इस गड्ढे में पानी भर जाता है, तो कोई भी अपने कपड़ों को गंदा किये बिना सुरक्षित नहीं गुजर सकता. नेताओं ने कहा कि लोक निर्माण विभाग को इस गड्ढे पर तुरंत ध्यान देना चाहिए. उन्होनें कहा कि इस गड्ढे सहित सड़क पर पड़े अन्य गड्ढों को अच्छी क्वॉलिटी के तारकोल और बजरी से जड़ से जल्द भरा जाये.
गड्ढा अपनी किस्मत पर इतरा रहा था कि आज उसकी चर्चा अखबारों में हो रही है. वैसे खबर पढ़कर लग रहा था शहर में अन्य कोई समस्या नहीं है.