वीआइपी कल्चर खत्म करने की पहल
रेल मंत्रालय के उस सर्कुलर का स्वागत है जिसमें वीआइपी संस्कृति को समाप्त करने का फैसला किया गया है. अब चेयरमैन से लेकर बोर्ड के सदस्य तथा तमाम बड़े अफसरों को सैलून से यात्रा नहीं करने दिया जायेगा. बड़े अधिकारियों के घरों में काम कर रहे लगभग 30 हजार गैंगमैन को मुक्त करने को कह […]
रेल मंत्रालय के उस सर्कुलर का स्वागत है जिसमें वीआइपी संस्कृति को समाप्त करने का फैसला किया गया है. अब चेयरमैन से लेकर बोर्ड के सदस्य तथा तमाम बड़े अफसरों को सैलून से यात्रा नहीं करने दिया जायेगा.
बड़े अधिकारियों के घरों में काम कर रहे लगभग 30 हजार गैंगमैन को मुक्त करने को कह दिया गया है. यह सराहनीय कदम है. अब अमल कितना होता है यह देखना होगा. रेलवे में बहुत सारे फेरबदल की आवश्यकता है. सबसे बड़ी जरूरत है भ्रष्टाचार को दूर करना. उसपर लगाम लगाने का कोई ठोस उपाय नहीं किया जा रहा है. यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर भी कई बदलाव एवं निवेश की जरूरत है. स्टेशनों को निजी हाथों में देने से रेलवे में सुधार नहीं होगा.
जंग बहादुर सिंह, इमेल से