भूख और हमारा समाज
झारखंड के सिमडेगा जिला से एक बच्ची की भूख से मौत की खबर अपने आप में दिल को दहला देने वाली है. आधार कार्ड के नहीं रहने के कारण उसके परिवार को राशन कार्ड पर मिलने वाले अनाज की आपूर्ति बंद कर दी गयी थी. घर में अनाज नहीं था और अनाज के बिना खाना […]
झारखंड के सिमडेगा जिला से एक बच्ची की भूख से मौत की खबर अपने आप में दिल को दहला देने वाली है. आधार कार्ड के नहीं रहने के कारण उसके परिवार को राशन कार्ड पर मिलने वाले अनाज की आपूर्ति बंद कर दी गयी थी.
घर में अनाज नहीं था और अनाज के बिना खाना भी नहीं बन रहा होगा. आजादी के 70 साल के बाद भी भूख से किसी की मौत हो, यह पूरे समाज और राज्य के लिए शर्म की बात है.
बीमारी के कारण मौत की बात सामने आ रही है. सरकार ने तुरंत जांच के आदेश दे दिये हैं. सरकार को यह सुनिश्चित करना होगा कि कम से कम भूख से किसी की मौत नहीं हो. भोजन मनुष्य की मौलिक आवश्यकता है और हरेक नागरिक को यह उपलब्ध होनी चाहिए.
युगल किशोर, रांची, इमेल से