चीन है राह का रोड़ा
चीन एक बार फिर मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्रसंघ में बचाने में कामयाब हो गया. आखिर चीन ऐसा क्यों कर रहा है? पाकिस्तान उसका अजीज है, इसलिए उसे वह आतंकी संलिप्तता के लिए दंडित करने की बजाय बचा रहा है. इससे भारत के मंसूबों पर पानी तो फिर ही गया है, संयुक्त राष्ट्रसंघ की प्रासंगिकता […]
चीन एक बार फिर मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्रसंघ में बचाने में कामयाब हो गया. आखिर चीन ऐसा क्यों कर रहा है? पाकिस्तान उसका अजीज है, इसलिए उसे वह आतंकी संलिप्तता के लिए दंडित करने की बजाय बचा रहा है.
इससे भारत के मंसूबों पर पानी तो फिर ही गया है, संयुक्त राष्ट्रसंघ की प्रासंगिकता पर भी अब सवाल उठना चाहिए. संयुक्त राष्ट्रसंघ के प्रारूप को आज 72 साल बाद भी जारी रखने से यही होगा. भारत का सुरक्षा परिषद् का रास्ता भी चीन के कारण बंद पड़ा है. अब सवाल उठता है कि भारत चीन की इस मनमानी एवं गुंडागर्दी से कैसे निबटे? क्या उसके साथ आर्थिक संबंध खत्म करे या खुद संयुक्त राष्ट्रसंघ से बाहर आ जाए या चीन के शिनजियांग प्रांत में आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा दे?
जंग बहादुर सिंह, इमेल से