चीन की ड्रैगन चाल भारत के लिए चिंता का विषय

मेरे शब्दकोश में आतंकवाद की परिभाषा इस तरह है कि राजनीति लक्ष्य की प्राप्ति के लिए हिंसा और धमकी का इस्तेमाल करना विशेषकर आम लोगों के खिलाफ आतंकवाद कहलाता है. आतंकवाद विश्व बिरादरी के लिए बड़ी चुनौती है. जब तक सभी देश एकजुटता नहीं दिखायेंगे, तब तक हम निर्दोष लोगों की हत्या का खेल देखते […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 8, 2017 3:35 AM
मेरे शब्दकोश में आतंकवाद की परिभाषा इस तरह है कि राजनीति लक्ष्य की प्राप्ति के लिए हिंसा और धमकी का इस्तेमाल करना विशेषकर आम लोगों के खिलाफ आतंकवाद कहलाता है. आतंकवाद विश्व बिरादरी के लिए बड़ी चुनौती है. जब तक सभी देश एकजुटता नहीं दिखायेंगे, तब तक हम निर्दोष लोगों की हत्या का खेल देखते रहेंगे.
हम भारत की बात करें, तो सबसे ज्यादा आतंकवाद के प्रति एकजुट होने के लिए प्रतिबद्धता दिखायी है. परंतु उसकी यह एकजुटता पर चीन ने हमेशा की तरह प्रश्नचिह्न लगाकर आतंकवाद को बल दे देता है.
हाल ही में हुए संयुक्त राष्ट्र संघ की बैठक में चीन एक बार पुनः वीटो का प्रयोग कर मुंबई हमले का मास्टरमाइंड और जमात-उद-दावा का सरगना मसूद अजहर को राष्ट्रीय आतंकवाद कि सूची में नामजद होने से बचा लिया. चीन की यह ड्रैगन चाल भारत के लिए चिंता का विषय है.
अभिनव कुमार, लोहियानगर (बेगूसराय)

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