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बदलेगी किसानों की तकदीर
केंद्र सरकार का लोकसभा चुनाव के पहले का यह अंतिम बजट है. इसे शहर और शहरी लोगों की चिंता नहीं करते हुए गांव और किसान का बजट कहना गलत नहीं होगा. सारा ध्यान किसानों और ग्रामीणों की जरूरतों और उनकी समस्याओं पर दिया गया है. सबसे बड़ा काम सरकार ने इस बजट में 10 करोड़ […]
केंद्र सरकार का लोकसभा चुनाव के पहले का यह अंतिम बजट है. इसे शहर और शहरी लोगों की चिंता नहीं करते हुए गांव और किसान का बजट कहना गलत नहीं होगा. सारा ध्यान किसानों और ग्रामीणों की जरूरतों और उनकी समस्याओं पर दिया गया है. सबसे बड़ा काम सरकार ने इस बजट में 10 करोड़ परिवार को पांच लाख तक स्वस्थ बीमा का लाभ देकर आम जनता को लुभाने और उनके स्वस्थ जीवन के लिए एक सराहनीय काम किया है. जो भी हो, सरकार ने किसानों, खेतिहरों, ग्रामीणों के दर्द और तकलीफ पर ध्यान देकर अच्छा कदम उठाया है.
कृषि उत्पाद का न्यूनतम समर्थन मूल्य उत्पादन लागत का डेढ़ गुना करके सरकार ने एक सकारात्मक संदेश देने की कोशिश की है. आम बजट आम जन के लिए समर्पित है, यह खुशी की बात है, लेकिन वेतनभोगियों को निराशा ही हाथ लगी है, क्योंकि कर में कोई खास तोहफा नहीं दिया जा सका है, जबकि आयकर के भुगतान में उनका योगदान बहुत बड़ा है. उम्मीद है कि यह बजट गांव और किसानों की तकदीर बदलेगा.
युगल किशोर, इमेल से
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