हेल्पलाइन नंबर हो
रांची शहर में ऑटो का परिचालन बिल्कुल अनियंत्रित है. स्टीयरिंग छोड़कर, सिगरेट पीते हुए, एक हाथ से मोबाइल पर बातें करते हुए, खैनी बनाते हुए, अश्लील गाना बजाकर चलाते हुए, शराब-गांजा पीकर ऑटो चलाते हुए ऑटो ड्राइवर कभी भी, कहीं भी मिल जाते हैं. यह प्रतिदिन की बात हो गयी है. कोई सवारी इस पर […]
रांची शहर में ऑटो का परिचालन बिल्कुल अनियंत्रित है. स्टीयरिंग छोड़कर, सिगरेट पीते हुए, एक हाथ से मोबाइल पर बातें करते हुए, खैनी बनाते हुए, अश्लील गाना बजाकर चलाते हुए, शराब-गांजा पीकर ऑटो चलाते हुए ऑटो ड्राइवर कभी भी, कहीं भी मिल जाते हैं. यह प्रतिदिन की बात हो गयी है.
कोई सवारी इस पर बोले, तो लगे बहस करने, मार-पीट करने. सवारी के साथ गाली-गलौज और महिलाओं से दुर्व्यवहार आम बात हो गयी है. ऑटो में चालक ऐसी गंदी तस्वीर भी लगाते हैं, जिससे महिलाओं को लज्जित होना पड़ता है. महिला सवारियों को हाथ पकड़कर खींच कर गाड़ी में बैठाना भी बिल्कुल आम-सा हो गया है. ऐसे में, सवारी को प्रशासन द्वारा एक हेल्पलाइन नंबर दिया जाना चाहिए, जिस पर ऑटो से संबंधित शिकायतें भेजी जा सकें, ताकि प्रशासन तत्काल कार्रवाई करे सके.
अनिल मिश्र, रांची