केजरीवाल के पास कोई मुद्दा नहीं
आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल खुद को आम आदमी बताते नहीं थकते, लेकिन बनारस सीट से नामांकन के समय उन्होंने अपनी संपत्ति ढाई करोड़ लिखी है. उन्हें बता दें कि इतनी संपत्ति आम की नहीं, खास की होती है. दरअसल, स्वयं को आम आदमी बता कर अरविंद केजरीवाल आम जनता का समर्थन और […]
आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल खुद को आम आदमी बताते नहीं थकते, लेकिन बनारस सीट से नामांकन के समय उन्होंने अपनी संपत्ति ढाई करोड़ लिखी है. उन्हें बता दें कि इतनी संपत्ति आम की नहीं, खास की होती है.
दरअसल, स्वयं को आम आदमी बता कर अरविंद केजरीवाल आम जनता का समर्थन और मत चाहते हैं. सही मायने में आम आदमी उसे कहेंगे, जो झुग्गियों में रहता है और किसी तरह अपना गुजर-बसर चलाता है. जहां तक मध्यवर्ग की बात है, तो उसके पास भी इतनी संपत्ति नहीं होती. जबकि केजरीवाल की पार्टी मध्यवर्ग के आंदोलन से उपजी है. अब यह साफ हो चुका है कि केजरीवाल के पास आम आदमी को लुभाने के लिए कोई मुद्दा नहीं रह गया है. दिल्ली को सुधारने चले केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद संभालते ही इस्तीफा दे दिया, इसका मतलब साफ है कि वे अपनी जिम्मेदारियों से भाग रहे हैं.
राजेश कुंवर, नामकुम