जम्मू के कठुआ जिले से आठ साल की बच्ची का अपहरण, बलात्कार एवं हत्या का समाचार सामने आया. इस घटना से भी ज्यादा खतरनाक बात यह है कि उस क्षेत्र को धार्मिक अखाड़े का केंद्र बना दिया गया है, क्योंकि इस मामले में स्थानीय पुलिस के एक कर्मचारी दीपक खजुरिया की गिरफ्तारी हुई है.
कानून को अपना काम करने देने के बजाय भाजपा एवं कांग्रेस के लोग उसे छुड़ाने के लिए धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं एवं रैलियां निकल रहें हैं. वे लोग अपने हाथों में राष्ट्रीय ध्वज लिये हुए थे. अब तिरंगा का इससे बड़ा अपमान भला और क्या हो सकता है? राष्ट्रवादी ताकतें हमेशा दूसरों पर तिरंगे के अपमान का आरोप लगाती हैं, जबकि व्यवहार में उनसे भी उतनी ही बड़ी चूक होती रही है. इस विषय पर सभी को आत्मचिंतन करना होगा.
जंग बहादुर सिंह, इमेल से