केरल में हैवानियत
एकता में अनेकता, सहिष्णुता, आदर सम्मान, दया तथा क्षमा. हमारी संस्कृति एवं समाज इन्हीं शब्दावलियों से अटा पड़ा है. मगर जो हकीकत है, वह इससे एकदम उलट है. सभी अपने आप तक सीमित हैं. किसी को किसी से मतलब नहीं. थोड़ी सी अफवाह पर ही एक दूसरे को मारने को तैयार बैठे हैं लोग. ऐसा […]
एकता में अनेकता, सहिष्णुता, आदर सम्मान, दया तथा क्षमा. हमारी संस्कृति एवं समाज इन्हीं शब्दावलियों से अटा पड़ा है. मगर जो हकीकत है, वह इससे एकदम उलट है. सभी अपने आप तक सीमित हैं.
किसी को किसी से मतलब नहीं. थोड़ी सी अफवाह पर ही एक दूसरे को मारने को तैयार बैठे हैं लोग. ऐसा ही एक घटना घटी है केरल के पलक्कड जिले में. एक आदिवासी युवक मधु जो विक्षिप्त था, पर चोरी का इल्जाम लगाकर, भीड़ ने मार दिया.
केरल सबसे पढ़ा लिखा प्रदेश है. बावजूद इसके वहां के लोगों ने हैवानियत का परिचय दिया है. चोरी भी मधु ने क्या किया था, खाने का सामान. इसके लिए हम किसी का जान ले लेंगे? मारने वालों ने, मरते हुए युवक मधु के साथ सेल्फी भी लिया. निर्दयता एवं अमानवीयता की यह पराकाष्ठा है. सभी दोषियों को जल्द से जल्द सजा मिलनी ही चाहिए. समाज को एक संदेश जरूर मिलना चाहिए कि इस तरह कानून को हाथ में नहीं लेना चाहिए.
जंग बहादुर सिंह, इमेल से