एसएससी की लचर व्यवस्था
किसी ने भी नहीं सोचा होगा कि होली के दिन अपने घरवालों से दूर अनशन करना पड़ेगा. ऐसा करने को मजबूर किया है एसएससी ने. देश के करोड़ों ग्रेजुएट अपने घर-परिवार से दूर होकर एसएससी की परीक्षा की तैयारी करने में जीवन के तीन-चार साल लगा देते हैं, ताकि सरकारी नौकरी पा सकें. इस बार […]
किसी ने भी नहीं सोचा होगा कि होली के दिन अपने घरवालों से दूर अनशन करना पड़ेगा. ऐसा करने को मजबूर किया है एसएससी ने. देश के करोड़ों ग्रेजुएट अपने घर-परिवार से दूर होकर एसएससी की परीक्षा की तैयारी करने में जीवन के तीन-चार साल लगा देते हैं, ताकि सरकारी नौकरी पा सकें.
इस बार जो हुआ, उसने पूरे देश के नौजवानों को झकझोर दिया और उन्हें एसएससी मुख्यालय के सामने लाकर अनशन करने पर मजबूर कर दिया. छात्रों की बस एक ही मांग है कि एसएससी परीक्षा पर्चा लीक की सीबीआई जांच हो.
चार दिन से भूखे-प्यासे पड़े अभ्यर्थियों की सुध लेनेवाला कोई नहीं. यह प्रकरण एसएससी की लचर व्यवस्था को दर्शाता है. अगर ऐसा ही चलता रहा, तो देश लाखों बीटेक, एमबीए या ग्रेजुएट को खो देगा.
मो नौशाद आलम, इमेल