समझ से परे है विपक्ष का व्यवहार
संसद के दोनों सदनों को पिछले कुछ दिनों से विपक्ष ने सिर्फ तमाशा बना कर रख दिया है. गतिरोध थमने का नाम ही नहीं ले रहा. सदन का काम पूरी तरह रुका पड़ा है. इस बीच लोकसभा में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव भी लाया गया है, लेकिन सदन में लगातार हो रहे हंगामे के […]
संसद के दोनों सदनों को पिछले कुछ दिनों से विपक्ष ने सिर्फ तमाशा बना कर रख दिया है. गतिरोध थमने का नाम ही नहीं ले रहा. सदन का काम पूरी तरह रुका पड़ा है. इस बीच लोकसभा में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव भी लाया गया है, लेकिन सदन में लगातार हो रहे हंगामे के कारण इस पर कोई कार्यवाही नहीं हो सकी है. राज्यसभा की भी स्थिति बिल्कुल भिन्न नहीं है.
इस तरह की स्थिति से तंग आकर सभापति ने सदस्यों से सदन को मजाक का विषय न बनाने काअनुरोध किया. हालांकि सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि उसे इस पर चर्चा करने से कोई परहेज नहीं है. बावजूद इसके, विपक्ष का इस तरह कार्यवाही बाधित करना समझ से परे है. क्या उन्हें बर्बाद हो रहे समय का मूल्य समझ नहीं आ रहा? इस तरह से वे देश का अहित की कर रहे हैं.
उत्सव रंजन, नीमा, हजारीबाग