सरकार उचित कार्रवाई करे
सूबे की रघुवर सरकार करोड़ों खर्च कर खुद को बेदाग कह रही है. प्रारंभिक शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया में बड़े पैमाने पर अभ्यर्थियों व पदाधिकारियों के द्वारा भारी अनियमितता बरती गयी. कोडरमा में उद्भेद न होने के पश्चात साधारण जांच में राज्य भर में सैकड़ों शिक्षकों की सेवा समाप्त हुई व कई पदाधिकारियों पर कार्रवाई के […]
सूबे की रघुवर सरकार करोड़ों खर्च कर खुद को बेदाग कह रही है. प्रारंभिक शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया में बड़े पैमाने पर अभ्यर्थियों व पदाधिकारियों के द्वारा भारी अनियमितता बरती गयी. कोडरमा में उद्भेद न होने के पश्चात साधारण जांच में राज्य भर में सैकड़ों शिक्षकों की सेवा समाप्त हुई व कई पदाधिकारियों पर कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति की गयी. मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्का लीन शिक्षा सचि व आराधना पटनायक के द्वारा सीआइडी जांच की अनुशंसा की गयी, जो एक वर्ष बाद भी धूल फांक रही है. अगर उच्चस्तरीय जांच हो, तो हजारों फर्जी शिक्षक पकड़े जायेंगे व इसमें सम्मिलित कई पदाधिकारियों की पहचान हो पायेगी. सरकार ईमानदार है, तो पहले यथोचि त कार्रवाई करे. दुर्भाग्य है कि ईमानदार सरकार रहते हुए भी योग्य अभ्यर्थी सड़क पर और फर्जी अभ्यर्थी पद पर योगदान दे रहे हैं.