हरियाणा की सतरोल खाप पंचायत ने समाज में तेजी से आ रहे बदलावों को ध्यान में रख कर अंतरजातीय विवाह की जो अनुमति दी है, वह एक सराहनीय कदम है. इससे समाज में प्रेम और भाईचारा का माहौल बनेगा. साथ ही, लोगों के मन में खापों के बारे में जो गलत धारणाएं पैदा हुई थीं, वो बदलेंगी.
नौजवानों को भी अब खाप का हौसला बढ़ाने के लिए आगे आना चाहिए और समाज में बढ़ती बुराइयों को समाप्त करने में अपना योगदान देना चाहिए. उन्हें अपने परिवारवालों को मनाना चाहिए कि वे उनकी शादी सादगी के साथ करें. छोटी-छोटी बातों और मांगों से रंजिश बढ़ाने की बजाय बातचीत और सौहार्द से समस्याओं का निवारण बहुत जरूरी है. एक-दूसरे का साथ देने और बुजुर्गो का सम्मान करने में ही गृहस्थ जीवन का असली सुख है. खाप पंचायतों को अब अन्य सामाजिक बुराइयों को रोकने का प्रयास करना चाहिए.
राजेश झा, कांके