सरकार का सुस्त रवैया बरकरार
हाल ही में झारखंड सरकार ने ऐसे कई कार्यों को अंजाम दिया है, जिससे लोगों के समक्ष बेरोजगारी की समस्या उत्पन्न हो रही है. पहले शिक्षा के क्षेत्र में विद्यालय को मर्ज करने का घटिया निर्णय, बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ लगता है जिसके कारण ऐसे विद्यालयों के कई पारा शिक्षक अब बेहाल हो चुके […]
हाल ही में झारखंड सरकार ने ऐसे कई कार्यों को अंजाम दिया है, जिससे लोगों के समक्ष बेरोजगारी की समस्या उत्पन्न हो रही है. पहले शिक्षा के क्षेत्र में विद्यालय को मर्ज करने का घटिया निर्णय, बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ लगता है जिसके कारण ऐसे विद्यालयों के कई पारा शिक्षक अब बेहाल हो चुके हैं.
उन्हें रोजी रोटी की समस्या सता रही है. सरकार न तो उनकी समस्याएं खत्म करने के लिए कोई कदम उठा रही है और न ही उनकी बातें सुन रही है. हाल ही में बाएफ के साथ झारखंड सरकार का एमओयू पूरा हो जाने के बाद, सरकार ने बाएफ केंद्रों को बंद कर दिया है.
इस कारण बाएफ से जुड़े लोग बेरोजगार हो गये. सरकार न तो इस पर कुछ कह रही है, न ही कर रही है. ऊपर से कृत्रिम गर्भाधान, पशु चिकित्सा जैसी सुविधाएं अब ठप पड़ रही है, जिससे ग्रामीण परेशान हो रहे हैं. सरकार इस पर जल्द निर्णय ले तो भला होगा.
गौरव गोस्वामी, जामताड़ा