16.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

बेटियां बेटों से कम हैं क्या

विश्व का सबसे बड़ा टी20 टूर्नामेंट आइपीएल निश्चित रूप से ग्लैमर और मनोरंजन जगत की एक बड़ी क्रांति बन कर उभरी है. क्रिकेट में हमारी लड़कियों ने भी दुनिया में बुलंदी के झंडे गाड़े हैं, मगर इन बेटियों के लिए आइपीएल का नहीं होना कई सवाल खड़े करता है. महिला सशक्तीकरण पर सियासत करने वालों […]

विश्व का सबसे बड़ा टी20 टूर्नामेंट आइपीएल निश्चित रूप से ग्लैमर और मनोरंजन जगत की एक बड़ी क्रांति बन कर उभरी है. क्रिकेट में हमारी लड़कियों ने भी दुनिया में बुलंदी के झंडे गाड़े हैं, मगर इन बेटियों के लिए आइपीएल का नहीं होना कई सवाल खड़े करता है. महिला सशक्तीकरण पर सियासत करने वालों ने ‘महिला आइपीएल’ की बात पर अब तक क्यों चुप्पी साध रखी है?

कई खेलों में मिली-जुली भागीदारी की संस्कृति है, तो क्रिकेट में ऐसी संभावनाएं तलाशने के प्रयास क्यों नहीं हुए? यह हमारी होनहार और तरक्की पसंद बेटियों के साथ खुला भेद-भाव नहीं तो और क्या है? आधी आबादी की हिस्सेदारी के बिना ‘खेलो इंडिया’ कैसा होगा? नजरिया और नीयत बदले बगैर खोखले नारों से तरक्की की बात बेमानी है.

एमके मिश्रा, रातू, रांची

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें