आलोक पुराणिक
वरिष्ठ व्यंग्यकार
रोजगारपरक शिक्षा के स्किल इंडिया में यही होना था. एक विवि ने एक कोर्स बनाकर भेज दिया कि बताइए कब शुरू कर दें. विवि रजिस्ट्रार ने कहा- बतौर व्यंग्यकार आप भी अल्ल-बल्ल लिखने-कहने के अनुभवी हैं, इस कोर्स का एकाध पेपर आप भी पढ़ा दीजिये. आप जैसे अर्धबकवासी की तलाश है, थोड़ा फ्राॅड भी आप सीख जायें, तो बाबागिरी के सम्मानित प्रोफेसर हो सकते हैं.
खैर कोर्स यह है- परास्नातक अध्ययन बाबागिरी कोर्स.
बाबागिरी का इतिहास: दिलफेंक बाबा, प्लाट कब्जाऊ बाबा, धंधारत बाबा, विदेशगामी बाबा आदि. केस स्टडीज में ब्रह्मचारी बाबा, बाल्टी बाबा, मोटर बाबा, कंप्यूटर बाबा आदि की तकनीकों का अध्ययन करना होगा. नटवरलाल की तकनीकों का अध्ययन भी इसमें आवश्यक होगा. अब भी देश ने कोई टाॅप क्लास शेयर बाबा नहीं देखा है. विद्यार्थी भी शेयर बाजार में बड़ा कांड करके बाबागिरी के झंडे गाड़ेंगे.
बाबागिरी के आयाम: सुंदरी वशीकरण में बाबागिरी का योगदान, बाबा वशीकरण में सुंदरियों का योगदान, अमेरिका का वीजा दिलवाने में बाबागिरी का योगदान, प्रेम विवाह करवाने या रुकवाने में बाबागिरी का योगदान, बाबा की अपनी निजी प्रेम लीलाएं, बाबा-बाबा कालोबोरेशन, विदेश में बाबागिरी.
बाबागिरी : कला या विज्ञान, ठगी या कारोबार.
बाबा-नेता गठबंधन: नेताओं और बाबाओं के प्रकार, बाबा-नेता गठबंधनों के प्रकार, नेताओं-बाबाओं की कमाई का तुलनात्मक अध्ययन, बाबा के झूठ बनाम नेता के झूठ, बाबा की ठगी बनाम नेता की ठगी, नेताओं की चेलियां बनाम बाबाओं की चेलियां.
बाबा विशेषज्ञता: सौतन वशीकरण, सुंदरी वशीकरण, अमेरिकन वीजा, प्रमोशन, पार्किंग स्थल सुनिश्चितीकरण.
इस कोर्स के विद्यार्थियों को समय-समय पर श्मशान घाट जाना होगा. पिशाच और जिन्न में फर्क क्या है, यह ज्ञान हासिल करना होगा. समझना होगा कि अब टीवी पर हिंदू-मुसलमान झगड़ों की डिबेट बहुत चल निकली है.
नवोदित बाबाओं को हिंदू भूत और मुसलमान जिन्न में झगड़े शुरू कराने की विधियों का अध्ययन करना होगा. ऐसे बाबाओं का कारोबार चमकेगा, जो हिंदू भूत और मुसलमान जिन्न में मार मचवा दें. दिनरात श्मशान साधना को उत्सुक को विशेष वरीयता दी जायेगी.
बाबागिरी कोर्स के प्रस्तावित प्रोफेसर: टीवी एंकर के बीस लेक्चर, जो वारदात और सनसनी टाइप प्रोग्राम पेश करता है. भागू बाबा, जो पड़ोसन को भगा ले गये और आधा शहर कब्जा कर लिया था. ऐसे बाबा से हम प्लॉट कब्जा तकनीक सीखेंगे.एनआरआइ बाबा- ये इंगलिश का वह लहजा सिखायेंगे, जिससे इन्होंने ब्रिटेन और अमेरिका तक में भक्त बना रखे हैं और वहां करोड़ों का खेल खड़ा कर दिया है.कोर्स बहुत चकाचक है. मैं कन्फ्यूज्ड बस इस सवाल पर हूं कि इसे एमबीए बिजनेजस स्टडीज के तहत पढ़ाएं या प्राच्यविद्या के तहत!