धर्म और नैतिकता

नाबालिग और मानसिक रूप से बीमार लड़की के साथ जबरदस्ती यौन संबंध बनाने के आरोप में लंबे समय से जेल में बंद धर्मगुरु आसाराम बापू को न्यायालय ने उम्रकैद की सजा सुनाई है. लंबी सुनवाई के दौरान उनके परिवार वालों, जांच अधिकारियों, सरकारी वकील को तरह-तरह के प्रलोभन दिये गये.उन्हें डराया धमकाया गया, लेकिन अंततः […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 3, 2018 5:15 AM
नाबालिग और मानसिक रूप से बीमार लड़की के साथ जबरदस्ती यौन संबंध बनाने के आरोप में लंबे समय से जेल में बंद धर्मगुरु आसाराम बापू को न्यायालय ने उम्रकैद की सजा सुनाई है.
लंबी सुनवाई के दौरान उनके परिवार वालों, जांच अधिकारियों, सरकारी वकील को तरह-तरह के प्रलोभन दिये गये.उन्हें डराया धमकाया गया, लेकिन अंततः सच्चाई की जीत हुई. आसाराम के बेटे नारायण साईं भी यौन शोषण के आरोप में जेल में है. आसाराम ने धर्म और नैतिकता को कलंकित किया है. ऐसे आरोपों में और भी कई धर्मगुरु जेल में हैं.
महिला को भावपूर्ण भाषण व भक्ति की आड़ में फंसाना एक शर्मनाक कृत्य है. कुछ ऐसे प्रावधान होने चाहिए जिससे लोगों की रूह कांप उठे. कड़े दंड से सभी डरते हैं, इसलिए कानून को मजबूत बनाने की मांग गलत नहीं है.
युगल किशोर, इमेल से

Next Article

Exit mobile version