उपलब्ध हों सुविधाएं
सरकारी अस्पतालों में स्थिति बदतर है. वहां शुल्क भले ही काम हो, किंतु अच्छी और संतोषजनक सुविधाएं मौजूद नहीं हैं. प्राइवेट अस्पतालों में शुल्क बेहद ज्यादा है, मगर वे बेहतरीन सुविधाओं से लैस हैं तथा इलाज़ भी जल्दी हो जाता है. इसलिए मरीजों के लिए आकर्षण का केंद्र हैं. गरीब व्यक्ति महंगे निजी अस्पतालों में […]
सरकारी अस्पतालों में स्थिति बदतर है. वहां शुल्क भले ही काम हो, किंतु अच्छी और संतोषजनक सुविधाएं मौजूद नहीं हैं. प्राइवेट अस्पतालों में शुल्क बेहद ज्यादा है, मगर वे बेहतरीन सुविधाओं से लैस हैं तथा इलाज़ भी जल्दी हो जाता है. इसलिए मरीजों के लिए आकर्षण का केंद्र हैं.
गरीब व्यक्ति महंगे निजी अस्पतालों में इलाज नहीं करवा सकता, इसलिए वह सरकारी अस्पतालों से अच्छे इलाज की उम्मीद रखता है, परंतु वहां उसे निराशा ही हाथ लगती है. केंद्र व राज्य सरकारों को सरकारी अस्पतालों में प्राइवेट अस्पतालों सरीखे सुविधाएं मुहैया कराने का सार्थक प्रयास करना चाहिए, ताकि समाज के हर तबके के लोग कम शुल्क में अच्छा इलाज करवा सकें.
सौरभ पाठक, इ-मेल से.