बनारस की विपदा
प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र बनारस में निर्माणाधीन ओवरब्रिज के एक हिस्से के गिरने से लोगों कह मौत की रोंगटे खड़े कर देने वाली दुर्घटना घटी है. इस हृदयविदारक दुर्घटना ने कई सवाल खड़े कर दिये हैं. इतने व्यस्त मार्ग पर जब निर्माण कार्य चल रहा था, तो सुरक्षा से संबंधित मानकों का कितना ध्यान रखा […]
प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र बनारस में निर्माणाधीन ओवरब्रिज के एक हिस्से के गिरने से लोगों कह मौत की रोंगटे खड़े कर देने वाली दुर्घटना घटी है. इस हृदयविदारक दुर्घटना ने कई सवाल खड़े कर दिये हैं.
इतने व्यस्त मार्ग पर जब निर्माण कार्य चल रहा था, तो सुरक्षा से संबंधित मानकों का कितना ध्यान रखा गया था? आम तौर पर ऐसा देखा गया है कि जब एक से अधिक विभाग मिलकर कार्य करते हैं और जब ऐसी कोई असामान्य घटना घट जाती है, तो सभी अपने बचाव में लग जाते हैं. ऐसा लगता है कि कोलकाता में 2016 में पुल टूट कर गिरने की घटना से कोई सबक नहीं लिया गया है.
चीत्कारों के बीच राहत राशि बांटें जाने कि घोषणा हुई है, जैसा कि अक्सर होता है. काश! इस राहत राशि का कुछ हिस्सा सहायक सड़क बनाने में खर्च हुआ होता, तो इस प्रकार की दुर्घटना से बचा जा सकता था.
डॉ अमरजीत कुमार, इमेल से