कर्नाटक विस चुनाव में सभी को कुछ न कुछ मिला
कर्नाटक में जनता दल-सेकुलर को मिली सीटें बता रही हैं कि चुनाव के बाद की राजनीति में उनकी पार्टी की भूमिका महत्वपूर्ण हो सकती है. कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे इस लिहाज से भी महत्वपूर्ण हैं कि इसने किसी भी दल को पूरी तरह संतुष्ट भले ही न किया हो, लेकिन सभी को खुश रहने […]
कर्नाटक में जनता दल-सेकुलर को मिली सीटें बता रही हैं कि चुनाव के बाद की राजनीति में उनकी पार्टी की भूमिका महत्वपूर्ण हो सकती है. कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे इस लिहाज से भी महत्वपूर्ण हैं कि इसने किसी भी दल को पूरी तरह संतुष्ट भले ही न किया हो, लेकिन सभी को खुश रहने को कुछ न कुछ कारण जरूर दिया है. इसके बाद अब अगला चुनावी मोर्चा राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में खुलेगा.
इन तीनों राज्यों में भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टियां एकदम आमने-सामने होंगी और कोई तीसरा दल नहीं होगा. इस साल के अंत में होने वाले ये विधानसभा चुनाव उस समय होंगे, जब अगला आम चुनाव भी सिर पर होगा. जाहिर है कि अगला एक साल भाजपा के अश्वमेध यज्ञ का है तो कांग्रेस के लिए यह करो या मरो का समय होगा.
डाॅ हेमंत कुमार, गोराडीह (भागलपुर)