राज्य सरकार की अलोकप्रियता
पिछले दोनों विधानसभा उपचुनावों में झामुमो की जीत झारखंड सरकार के प्रति जनता के बढ़ते असंतोष तथा आक्रोश का स्पष्ट संकेत है. इसके लिए यहां की नौकरशाही सबसे ज्यादा जिम्मेवार है. पता नहीं रघुवर सरकार इस तथ्य को क्यों नहीं समझ पा रही है? सरकार चाहे किसी की भी हो, नौकरशाहों का कुछ नहीं बिगड़ेगा, […]
पिछले दोनों विधानसभा उपचुनावों में झामुमो की जीत झारखंड सरकार के प्रति जनता के बढ़ते असंतोष तथा आक्रोश का स्पष्ट संकेत है. इसके लिए यहां की नौकरशाही सबसे ज्यादा जिम्मेवार है. पता नहीं रघुवर सरकार इस तथ्य को क्यों नहीं समझ पा रही है? सरकार चाहे किसी की भी हो, नौकरशाहों का कुछ नहीं बिगड़ेगा, क्योंकि वे उसमें अपनी जुगत भिड़ा ही लेंगे, किंतु अच्छा काम करने के बावजूद सरकार को उसका लाभ नहीं मिल पायेगा. आज झारखंड में चारों तरफ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं, चाहे वह पारा शिक्षक हों, आंगनबाड़ी सेविकाएं हों या विश्वविद्यालय के शिक्षक हों. सभी आक्रोशित हैं. इनके यथोचित मांगों पर या तो विचार नहीं हो रहा है. सरकार को चाहिए कि आम लोगों के बारे में जो भी निर्णय लेना है, उसे अविलंब लें तथा उसका अनुपालन सुनिश्चित कराएं.
विजय, दुमका