काले धन का क्या !
खबर आयी है कि स्विस बैंक में भारतीयों की रकम में बढ़ोतरी हुई है. यह वही स्विस बैंक है, जिसे 2014 के चुनाव में प्रधानमंत्री मोदीजी भारत के लुटेरों के कालाधन का बैंक बता रहे थे. तो क्या स्विस बैंक में भारतीयों की बढ़ी रकम भारत में अब भी लुटेरों के होने का प्रमाण देती […]
खबर आयी है कि स्विस बैंक में भारतीयों की रकम में बढ़ोतरी हुई है. यह वही स्विस बैंक है, जिसे 2014 के चुनाव में प्रधानमंत्री मोदीजी भारत के लुटेरों के कालाधन का बैंक बता रहे थे.
तो क्या स्विस बैंक में भारतीयों की बढ़ी रकम भारत में अब भी लुटेरों के होने का प्रमाण देती है? यदि हां, तो क्या मोदी सरकार काले धन पर कोई काम नहीं कर रही है? स्विस बैंक में बढ़ी रकम मोदी सरकार को कटघरे में खड़ी करती है.
उन्होंने 100 दिनों के अंदर सारा कालाधन लाने का वादा किया था, पर चार साल से भी ज्यादा हो गये हैं, अब तक एक पैसा उन्होंने वापस नहीं लाया. सरकार को इस मुद्दे पर आंकड़ों के साथ अपना स्पष्टीकरण रखना चाहिए और देश की जनता को सच से अवगत कराना चाहिए.
शादाब अफजल, चंद्रपुरा