आइपीएल के मौजूदा सत्र में कंमेंटेटर्स, एंकरिंग करनेवालों का रवैया पक्षपात पूर्ण है, जबकि यह काम निष्पक्ष रूप से किया जानेवाला होता है. किंग्स इलेवेन पंजाब जब चेन्नई सूपर किंग्स के खिलाफ 231 रन बनाता है और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के खिलाफ 198 रन बनाता है तो दोनों ही मैचों में कमेंटेटर्स और एंकरिंग करनेवाले चेन्नई और बेंगलुरु के पक्ष में बोल रहे थे कि चेन्नई की टीम में स्मिथ, मैकुलम, धौनी, रैना जैसे खिलाड़ी हैं, वह मैच जीत सकता है.
उसी तरह बेंगलुरु की टीम में गेल, कोहली, युवराज, डीविलियर्स जैसे खिलाड़ी हैं, जो उसे मैच जिता सकते हैं. यह कहां का न्याय है! जबकि दोनों मैचों को पंजाब ने क्रमश: 44 और 32 रनों से जीता. इन मैचों में सभी नामित खिलाड़ी फ्लॉप हो गये थे. कमेंटेटर्स एकदम बकवास करते हैं. बैटिंग पिच पर होती है, बकवास से नहीं.
किशन अग्रवाल, रांची